चलती रहे जिंदगी ____ गजल/ गीतिका
चलती रहे जिंदगी और क्या चाहिए।
पलती रहे जिंदगी घर परिजन सबकी,
आप इतना तो जरूर ही कमाइए।
विपुल धन भरा हो गर बन्द तिजोरियों में,
खोल ताले,जरूरतमंदों पर लगाइए।।
दुवाएं मिलेगी,जिंदगी उन की भी चलेगी।
निज हाथों से काम ये,शुभ करते जाइए।।
भूले हो भटके हो,काम जिनके अटके हो।
दिशा सही देकर उनको काम लगाइए।।
विचार तो यही है मेरे अपने,ओर सपने भी।
साकार करने अनुनय हाथ अपना भी बढ़ाइए।।
राजेश व्यास अनुनय