Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 Aug 2023 · 1 min read

*चलती का नाम गाड़ी* 【 _कुंडलिया_ 】

चलती का नाम गाड़ीकुंडलिया
°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°
चलती का गाड़ी रखा , सबने सुंदर नाम
जहाँ रुकी तो रह गया , बस कबाड़ का काम
बस कबाड़ का काम , शून्य कीमत रह जाती
कहलाती अनमोल , नजर चलती जो आती
कहते रवि कविराय ,देह धड़कन पर पलती
तब तक जिंदा लोग ,साँस जब तक है चलती
°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°°
रचयिता : रवि प्रकाश ,बाजार सर्राफा
रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451

509 Views
Books from Ravi Prakash
View all

You may also like these posts

पिता की इज़्ज़त करो, पिता को कभी दुख न देना ,
पिता की इज़्ज़त करो, पिता को कभी दुख न देना ,
Neelofar Khan
#मुक्तक-
#मुक्तक-
*प्रणय*
परिणाम विश्लेषण, (घनाक्षरी छंद)
परिणाम विश्लेषण, (घनाक्षरी छंद)
guru saxena
मैंने आईने में जब भी ख़ुद को निहारा है
मैंने आईने में जब भी ख़ुद को निहारा है
Bhupendra Rawat
यक्षिणी- 26
यक्षिणी- 26
Dr MusafiR BaithA
*चलो आज झंडा फहराऍं, तीन रंग का प्यारा (हिंदी गजल)*
*चलो आज झंडा फहराऍं, तीन रंग का प्यारा (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
प्रेम
प्रेम
अंकित आजाद गुप्ता
दुनिया में कुछ भी बदलने के लिए हमें Magic की जरूरत नहीं है,
दुनिया में कुछ भी बदलने के लिए हमें Magic की जरूरत नहीं है,
Sunil Maheshwari
ज़हनी मौत
ज़हनी मौत
Shekhar Chandra Mitra
धन कमा लोगे, चमन पा लोगे।
धन कमा लोगे, चमन पा लोगे।
श्याम सांवरा
प्यार है,पावन भी है ।
प्यार है,पावन भी है ।
Dr. Man Mohan Krishna
मैं कविता नहीं लिखती
मैं कविता नहीं लिखती
Priya Maithil
"ये मत भूलो"
Dr. Kishan tandon kranti
गीत- पिता संतान को ख़ुशियाँ...
गीत- पिता संतान को ख़ुशियाँ...
आर.एस. 'प्रीतम'
आदमी के हालात कहां किसी के बस में होते हैं ।
आदमी के हालात कहां किसी के बस में होते हैं ।
sushil sarna
मेरी आँखों से भी नींदों का रिश्ता टूट जाता है
मेरी आँखों से भी नींदों का रिश्ता टूट जाता है
Aadarsh Dubey
मेरे हिस्से जब कभी शीशे का घर आता है...
मेरे हिस्से जब कभी शीशे का घर आता है...
sushil yadav
अंतर्द्वंद..
अंतर्द्वंद..
हिमांशु Kulshrestha
ऐ थाना - ए - गुमशुदा
ऐ थाना - ए - गुमशुदा
सिद्धार्थ गोरखपुरी
विषम परिस्थियां
विषम परिस्थियां
Dr fauzia Naseem shad
23/139.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/139.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
लड़कियां जिसका भविष्य बना होता है उन्हीं के साथ अपना रिश्ता
लड़कियां जिसका भविष्य बना होता है उन्हीं के साथ अपना रिश्ता
Rj Anand Prajapati
दुकान वाली बुढ़िया
दुकान वाली बुढ़िया
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
हम तो हैं प्रदेश में, क्या खबर हमको देश की
हम तो हैं प्रदेश में, क्या खबर हमको देश की
gurudeenverma198
ये अश्क भी बे मौसम बरसात हो गए हैं
ये अश्क भी बे मौसम बरसात हो गए हैं
Gouri tiwari
బాలాత్రిపురసుందరి దేవి
బాలాత్రిపురసుందరి దేవి
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
* तेरी सौग़ात*
* तेरी सौग़ात*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
तुम्हें पता है तुझमें मुझमें क्या फर्क है।
तुम्हें पता है तुझमें मुझमें क्या फर्क है।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
अच्छे कर्मों का फल (लघुकथा)
अच्छे कर्मों का फल (लघुकथा)
Indu Singh
जिंदगी में रंजो गम बेशुमार है
जिंदगी में रंजो गम बेशुमार है
इंजी. संजय श्रीवास्तव
Loading...