चम चम चमकती ______ घनाक्षरी
चम चम चमकती चांदनी रात में तो
छत पर आजा गौरी, नजरें लड़ाएंगे।
देखना तू मुझको तो, मै भी देखूं तुझको ही।
भूल दोनों जग को तो,सपने सजाएंगे।।
हाथ लेकर हाथ में, प्यार की बरसात में,
तन मन भीग जाएं,झरने बहाएंगे।।
जब तक रात रहे,हाथों में ये हाथ रहे।
कल का वादा करके, कर्म में नहाएंगे।।
____राजेश व्यास अनुनय______