चमचे
चैनलों
पर चमचे
कुत्ते की तरह
एक दूसरे पे
भौंक रहें हैं
और आग में घी
बखूबी
झौंक रहें हैं ।
उन्हें फ़िक्र है आज
अवाम के
जानो माल की
जो वर्षों तक उनके आँखों
मे धूल झौंक रहें थे ।
-अजय प्रसाद
चैनलों
पर चमचे
कुत्ते की तरह
एक दूसरे पे
भौंक रहें हैं
और आग में घी
बखूबी
झौंक रहें हैं ।
उन्हें फ़िक्र है आज
अवाम के
जानो माल की
जो वर्षों तक उनके आँखों
मे धूल झौंक रहें थे ।
-अजय प्रसाद