Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Jan 2017 · 1 min read

चमकी – चमकी बेटियाँ चमकी (साहित्य पीडिया काव्य प्रतियोगिता)

चमकी चमकी बेटियां चमकी
चारों दिशाओं में चर्चा है उनकी !
ढूंढ लाई हैं समंदर से सच्चे मोती ,
चूम ली है एवरेस्ट की ऊँची छोटी , खिलखिलाकर कलियाँ फूल बन महकी !
चमकी चमकी बेटियां चमकी
चारों दिशाओं में चर्चा है उनकी !
दिल हुआ फौलाद अब तेजाब का ना डर,
रोक सकती है नहीं चौखट न कोई दर ,
जोश में भरकर चली क्या लेगी क्या धमकी !
चमकी चमकी बेटियां चमकी
चारों दिशाओं में चर्चा है उनकी !
अब नहीं चिंगारियां ये आग का दरिया
सख्त हैं इनके इरादे ये नहीं परियां ,
खोल देंगी ये तरक्की के सभी खिड़की ! चमकी चमकी बेटियां चमकी
चारों दिशाओं में चर्चा है उनकी !
न रहेंगी चुप पुरजोर चीखेंगी ,
हर हुनर लड़कों के साथ साथ सीखेंगी ,
ये किरण बन चमकेंगी आशाएं ये कल की ! चमकी चमकी बेटियां चमकी
चारों दिशाओं में चर्चा है उनकी !

डॉ शिखा कौशिक ‘नूतन’

Language: Hindi
Tag: गीत
566 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
सीसे में चित्र की जगह चरित्र दिख जाए तो लोग आइना देखना बंद क
सीसे में चित्र की जगह चरित्र दिख जाए तो लोग आइना देखना बंद क
लोकेश शर्मा 'अवस्थी'
लोग दुर चले जाते पर,
लोग दुर चले जाते पर,
Radha jha
कारगिल दिवस पर
कारगिल दिवस पर
Harminder Kaur
संक्रांति
संक्रांति
Harish Chandra Pande
अदाकारी
अदाकारी
Suryakant Dwivedi
अमिट सत्य
अमिट सत्य
विजय कुमार अग्रवाल
*अर्थ करवाचौथ का (गीतिका)*
*अर्थ करवाचौथ का (गीतिका)*
Ravi Prakash
2362.पूर्णिका
2362.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
Adhere kone ko roshan karke
Adhere kone ko roshan karke
Sakshi Tripathi
" अब मिलने की कोई आस न रही "
Aarti sirsat
सफल
सफल
Paras Nath Jha
तिरस्कार,घृणा,उपहास और राजनीति से प्रेरित कविता लिखने से अपन
तिरस्कार,घृणा,उपहास और राजनीति से प्रेरित कविता लिखने से अपन
DrLakshman Jha Parimal
"समय का महत्व"
Yogendra Chaturwedi
तेरी महफ़िल में सभी लोग थे दिलबर की तरह
तेरी महफ़िल में सभी लोग थे दिलबर की तरह
Sarfaraz Ahmed Aasee
मुझसे बेज़ार ना करो खुद को
मुझसे बेज़ार ना करो खुद को
Shweta Soni
"रुपया"
Dr. Kishan tandon kranti
कर्णधार
कर्णधार
Shyam Sundar Subramanian
उर्दू वर्किंग जर्नलिस्ट का पहला राष्ट्रिय सम्मेलन हुआ आयोजित।
उर्दू वर्किंग जर्नलिस्ट का पहला राष्ट्रिय सम्मेलन हुआ आयोजित।
Shakil Alam
कबूतर इस जमाने में कहां अब पाले जाते हैं
कबूतर इस जमाने में कहां अब पाले जाते हैं
अरशद रसूल बदायूंनी
कुपमंडुक
कुपमंडुक
Rajeev Dutta
बहुत सी बातें है, जो लड़के अपने घरवालों को स्पष्ट रूप से कभी
बहुत सी बातें है, जो लड़के अपने घरवालों को स्पष्ट रूप से कभी
पूर्वार्थ
दो शे'र - चार मिसरे
दो शे'र - चार मिसरे
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
यह हक़ीक़त है
यह हक़ीक़त है
Dr fauzia Naseem shad
★ बचपन और बारिश...
★ बचपन और बारिश...
*Author प्रणय प्रभात*
सज जाऊं तेरे लबों पर
सज जाऊं तेरे लबों पर
Surinder blackpen
सर्वनाम के भेद
सर्वनाम के भेद
Neelam Sharma
कितने इनके दामन दागी, कहते खुद को साफ।
कितने इनके दामन दागी, कहते खुद को साफ।
डॉ.सीमा अग्रवाल
हाय हाय रे कमीशन
हाय हाय रे कमीशन
gurudeenverma198
हमनवां जब साथ
हमनवां जब साथ
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
क्रोध
क्रोध
ओंकार मिश्र
Loading...