Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Nov 2016 · 1 min read

चतुष्पदी

बालों ने तेरे गालों को छुआ ।
काजल ने तेरी पलकों को छुआ ।
ये देख के कंगना खनक उठे,
गीतों ने तेरे होठों को छुआ ।

………श्रीमती रवि शर्मा…………

Language: Hindi
517 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
उसकी ग़मी में यूँ निहाँ सबका मलाल था,
उसकी ग़मी में यूँ निहाँ सबका मलाल था,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
जख्म पाने के लिए ---------
जख्म पाने के लिए ---------
लक्ष्मण 'बिजनौरी'
कैसे चला जाऊ तुम्हारे रास्ते से ऐ जिंदगी
कैसे चला जाऊ तुम्हारे रास्ते से ऐ जिंदगी
देवराज यादव
मां सिद्धिदात्री
मां सिद्धिदात्री
Mukesh Kumar Sonkar
दोस्ती को परखे, अपने प्यार को समजे।
दोस्ती को परखे, अपने प्यार को समजे।
Anil chobisa
** बहाना ढूंढता है **
** बहाना ढूंढता है **
surenderpal vaidya
पुस्तक समीक्षा-सपनों का शहर
पुस्तक समीक्षा-सपनों का शहर
दुष्यन्त 'बाबा'
अनजान रिश्ते...
अनजान रिश्ते...
Harminder Kaur
कविता के हर शब्द का, होता है कुछ सार
कविता के हर शब्द का, होता है कुछ सार
Dr Archana Gupta
**बकरा बन पल मे मै हलाल हो गया**
**बकरा बन पल मे मै हलाल हो गया**
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
इक झटका सा लगा आज,
इक झटका सा लगा आज,
Vaishnavi Gupta (Vaishu)
- दीवारों के कान -
- दीवारों के कान -
bharat gehlot
कश्मकश
कश्मकश
swati katiyar
#एक_विचार
#एक_विचार
*Author प्रणय प्रभात*
फ़र्क़ यह नहीं पड़ता
फ़र्क़ यह नहीं पड़ता
Anand Kumar
लेकिन, प्यार जहां में पा लिया मैंने
लेकिन, प्यार जहां में पा लिया मैंने
gurudeenverma198
।। आशा और आकांक्षा ।।
।। आशा और आकांक्षा ।।
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
कुछ नहीं.......!
कुछ नहीं.......!
विमला महरिया मौज
2860.*पूर्णिका*
2860.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
आईना
आईना
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
💐प्रेम कौतुक-402💐
💐प्रेम कौतुक-402💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
वीर वैभव श्रृंगार हिमालय🏔️⛰️🏞️🌅
वीर वैभव श्रृंगार हिमालय🏔️⛰️🏞️🌅
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
Hey....!!
Hey....!!
पूर्वार्थ
दंभ हरा
दंभ हरा
Arti Bhadauria
टूटा हुआ सा
टूटा हुआ सा
Dr fauzia Naseem shad
झूठी शान
झूठी शान
Dr. Pradeep Kumar Sharma
*वीर सावरकर 【गीत 】*
*वीर सावरकर 【गीत 】*
Ravi Prakash
'आलम-ए-वजूद
'आलम-ए-वजूद
Shyam Sundar Subramanian
गरीबी की उन दिनों में ,
गरीबी की उन दिनों में ,
Yogendra Chaturwedi
मंज़र
मंज़र
अखिलेश 'अखिल'
Loading...