चकिया-जीवन।।
चकिया चलती है ऐसे।
जीवन चलता है जैसे।।
ऊपर नीचे चलती ऐसे।
जीवन चलता है जैसे।।
सुख दुःख के ये पहिये।
हैं आते जाते रहते।।
जीवन रूपी चक्की का
मतलब समझाते हैं रहते।।
संघर्षों से लड़कर ही
नर अपने लक्ष्य को हैं पातें।।
चकिया चलती है ऐसे।
जीवन चलता है जैसे..।।।।