*चंद्रशेखर आजाद* *(कुंडलिया)*
चंद्रशेखर आजाद (कुंडलिया)
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अपनाया स्वातंत्र्य-पथ ,पथिक बने आजाद
नमन चंद्रशेखर तुम्हें , करते तुमको याद
करते तुमको याद , क्रांति के वीर विजेता
हाथों में पिस्तौल , हिंद के असली नेता
कहते रवि कविराय ,समर्पित कर दी काया
धन्य- धन्य बलिदान , मार्ग तुमने अपनाया
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जन्म 23 जुलाई 1906 _मृत्यु 27 फरवरी 1931 ★स्वतंत्रता आंदोलन के अग्रणी क्रांतिकारी ★ 1922 में चौराचौरी आंदोलन को वापस लेने के कारण गाँधी जी से हिंसा के प्रश्न पर आपका मतभेद था ★ आपने हिंदुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन एसोसिएशन का गठन किया ★लाला लाजपत राय की हत्या का बदला लेने के लिए पुलिस अधिकारी सांडर्स के वध की योजना आपने राजगुरु और भगत सिंह के साथ मिलकर लाहौर में 17 दिसंबर 1928 को अंजाम दी थी ★ आप अंग्रेजों की आँखों की किरकिरी थे★ संभवतः किसी मुखबिर की सूचना पर पुलिस ने आपको प्रयागराज के एल्फ्रेड पार्क में घेर लिया ।कोई रास्ता न बचा तो आपने अपनी ही पिस्तौल से अपनी जीवन-लीला समाप्त कर दी।(रवि प्रकाश)
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रचयिता : रवि प्रकाश ,बाजार सर्राफा
रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451