चंद्रशेखर आज़ाद की वापसी
“एक ही उन पर भारी पड़ता था
कैसे निपटेंगे आख़िर वे अब
सैकड़ों चंद्रशेखर आजादों से।
डोल उठे हैं उनके इंद्रासन
पूरे भारत में हो रही बुलंद
इंकलाब की बेख़ौफ़ आवाजों से।”
~ शेखरचंद्र मित्रा
“एक ही उन पर भारी पड़ता था
कैसे निपटेंगे आख़िर वे अब
सैकड़ों चंद्रशेखर आजादों से।
डोल उठे हैं उनके इंद्रासन
पूरे भारत में हो रही बुलंद
इंकलाब की बेख़ौफ़ आवाजों से।”
~ शेखरचंद्र मित्रा