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18 Jan 2017 · 1 min read

चंचलवाला

महके जो अंग अंग जुबां सरस मधुर रशीली
नयनो में मादकता है गालों पर लाली

नाक मुख सिकोरे चाल चले मतवाली
पांव में पैजनीया कानों पर बाली

चुड़ि खनकती इतराये पहन छेल-छबीली
हिरणी सी चाल में थिरक कर यौवनवाली

मंद मंद मुस्कुराये जैसे मंद पवन है चली
बेणी में ग़जरा क़जरारे नयन भर काली

बदन की खूश्बु चंदन सी महकाई निराली
चंचलवाला रूप रंग रसमय मधुर छबीली

आंचल में मधु कलश लचकती फुल की डाली
रूप गर्वित वाला है मधुरिम स्वर सुरीली

सजन

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