चंचरी छन्द
चंचरी छन्द, प्रथम प्रयास
(12,12,12,10)
राम नाम जाप करे,
पापों का भार हरे,
कष्ट से उबार मिले,
सत्य मार्ग चलिए ।
जेष्ठ का सम्मान कर,
बातों का मान रख,
दुनियां में प्रेम भाव,
सदाचार करिए।।
मेहनत को सफल करें,
दुनियां में नाम धरें,
इतिहास आप गढ़ें,
अमित नाम धरिये।
हिंदी विकाषित हो,
जग में प्रकाशित हो,
राष्ट्र परिभाषित हो,
ऐसा कुछ कहिए।।
-अभिनव मिश्र✍️