घर
फुटपाथ ही जिनका घर है
कहने को घर
वे बच्चे ईंट से ईंट सजाकर
घर बनाना खेल रहे हैं
मां बाप उनके
इन्हीं ईंट के भट्ठे के मालिक का
घर बनाने के काम में
मजदूरी खट रहे हैं
अपने अपने बचपन में
घर घर खेला होगा
इन मजदूर मां बापों ने भी जबकि
मां बाप देख रहे हैं
घर घर खेलते अपने बच्चों को
फुटपाथ का घर अगली पीढ़ी को सौंपते
और दूसरों का घर बनाते
पता नहीं पर
क्या क्या पर कुतरे सपने
घर कर रहे होंगे
इन बेघरों के मथते मन में!