घर घर तिरंगा फहराएंगे
घर घर तिरंगा फहराएंगे,
हम देश की शान बढ़ाएंगे।
जो करेगा इसका अपमान,
उसको सजा हम दिलाएंगे।।
हुए आजादी के 75 वर्ष पूरे,
हुए अधूरे हमारे सब काम पूरे।
गली गली और घर घर जाकर,
देश भक्ति के गीत हम गाएंगे।।
आन बान शान है हमारा तिरंगा,
प्राणों से प्यारा है हमारा तिरंगा।
मुझको कभी झुकने न देना तुम,
कहता है हमसे ये प्यारा तिरंगा।।
हमारे तिरंगे में है तीन रंग
सदा ये हर जगह लहराए।
केसरिया स्वेत और हरा,
बीच में अशोक चक्र लगाए।।
केसरिया रंग मांगे हमसे,
जीवन तक का बलिदान।
आपस में कभी लड़ो मत,
यही इसी रंग की पहचान।।
हरा रंग हरियाली का परिचायक,
कभी नहीं है ये दुःख का दायक।
सफेद पट्टी में है जो अशोक चक्र
वह है सुख शांति का परिचायक।।
वीर शहीद जब रण से घर आते,
उसे ही औढ़ कर वे सब ही आते।
हो जाते है वे देश पर बलिदान,
कहते है वे तिंरगा रहे सदा महान।।
ईद दिवाली से ये बड़ा है,
यह देश का पर्व महान।
शहीदों को कभी न भूलना,
उनका करो सदा गुणगान।।
आर के रस्तोगी गुरुग्राम