घर एक मंदिर🌷
घर एक मंदिर🌷
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स्वर्ग से सुंदर अपना घर
भावों का संगम देव बसेरा
पलते बढ़ते संस्कारी डेरा
जहाँ प्रेम प्यार की बहती
गंगोत्री गंगा यमुना कीधारा
नारी लक्ष्मी कल्याणी रूपा
ब्रह्मा विष्णु पिता परमेश्वर
घर अद्भूत मंदिर का रूप
बालरूप सपनों का रंगमंच
मनमौजी मस्ती खानी वस्ती
पास पड़ोस छोड़ निज घर
अशांत मंजर बाहर में पाते
शांति सकुन घर में ही आते
सुख दुःख भले कहीं मिले
घर है खुशियों का संसार
विचार वाणी हँसी किलकारी
घर मंदिर में टकराती करुणा
दया का मधुर घण्टी शंखनाद
माया मोह की गूंजती मंत्र
घर भरा पूजा विधि विधान
बाल साथ युवा का हाथ वृद्धा
इक सहारा पलते घर आंगन
संभल संभालते जग संसार
निज घर चमकता सितारा
घर वास खातिर लिया अवतार
शून्य छोड़ भू पर बन जगपति
दशरथ कौशल्या जनक जानकी
देव देवकी नन्द यशोदा के घर
इसलिए तो मानते जग जन
स्वर्ग से सुंदर है अपना घर
सपनों का प्यारा छोटा सा घर
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तारकेश्वर प्रसाद तरुण