– घरवालो की गलतियों से घर को छोड़ना पड़ा –
घर वालो की गलतियों से घर को छोड़ना पड़ा –
गलतफहमी में थे हम,
की वो अपने है ,
परिवार में है न ही वे सपने है,
उन्होंने ऐसे समय पर दिया दगा हमे,
हमारी जिंदगी को जहन्नुम कर डाला,
हमे था जिनके ऊपर गुमान,
उन्होंने हमे दगा दे डाला,
निकले वो स्वार्थी अपने स्वार्थ के लिए उन्होंने हमारा जीवन हवन कर डाला,
देखी जो आज तक तकलीफे मुसीबते उनको नगण्य कर डाला,
घरवालो की गलतियों से घर को छोड़ना पड़ा|
✍️ भरत गहलोत
जालोर राजस्थान