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16 Dec 2020 · 1 min read

घनाक्षरी

प्रेम के दीपों के साथ
नेह सौहार्द के हाथ
मिल दीप पर्व पर
मन झिलमिलाओ ।

साज सफाई करके
घर रोशन करके
रंगबिरंगे बल्वों से
दिल जगमगाओ ।

सजा स्वागत की थाली
इक्कठी हो सब आली
लम्बोदर लक्ष्मै बुला
आरती सब गाओ ।

द्वार है बन्दनवारें
रोशन होती कतारें
रमा पधारेगी आज
खूब उल्लास पाओ ।

Language: Hindi
72 Likes · 335 Views
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