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29 Jun 2023 · 1 min read

*घड़ा (बाल कविता)*

घड़ा (बाल कविता)

घड़ा काम घर-घर में आता
गढ़ा सुगढ़ मिट्टी से जाता
घड़ा बनाना हुनर कहाता
हुनरमंद है चाक घुमाता
रखते ढके घड़े में पानी
आती खुशबू है मस्तानी

रचयिता : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर, उत्तर प्रदेश
मोबाइल 99976 15451

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