Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 Mar 2018 · 1 min read

गौ माता

गो माता
********
ममता की परछाई तेरी महिमा न्यारी
दया भाव की देवी कितनी लगली प्यारी
पालन पोषण करती है तूं सबकी माता
पौराणिक पुस्तक भी गायें तेरी गाथा
कहते वेद – पुराण तुझे जग की माता
सब देवों का अंश मिले तुझमें गो माता।

कामधेनु है नाम समुद्र मंथंन से आई
अमृत जैसा दूध पिला जगत में छाई
खुद खाती है खास हमे तूं दूध है देती
फिर भी हमसे कभी नहीं माँ कुछ लेती
तुझसे बड़ा न दानी कोई ना कोई दाता
सब देवों का अंश मिले तुझमे गो माता।

दूध – दधि -घी- मखंन जैसा अमृत देती
तेरे गोबर से बनती ऊपजाऊ खेती
देवलोक के देव भी तेरी महिमा गाते
तेरी सेवा करके नर भव से तर जाते
बछड़ा तेरा कृषक के काम है आता
सब देवों का अंश मिले तुझमे गो माता।
——————✍
पं.संजीव शुक्ल “सचिन”
?? मुसहरवा (मंशानगर)
पश्चिमी चम्पारण
बिहार–८४५४५५
नमन ??

Language: Hindi
339 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from संजीव शुक्ल 'सचिन'
View all
You may also like:
#दोहा
#दोहा
*Author प्रणय प्रभात*
मुहब्बत भी मिल जाती
मुहब्बत भी मिल जाती
Buddha Prakash
आँसू छलके आँख से,
आँसू छलके आँख से,
sushil sarna
सिर्फ चलने से मंजिल नहीं मिलती,
सिर्फ चलने से मंजिल नहीं मिलती,
Anil Mishra Prahari
सुप्रभात गीत
सुप्रभात गीत
Ravi Ghayal
💐प्रेम कौतुक-234💐
💐प्रेम कौतुक-234💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
शिक्षा तो पाई मगर, मिले नहीं संस्कार
शिक्षा तो पाई मगर, मिले नहीं संस्कार
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
गुज़रा हुआ वक्त
गुज़रा हुआ वक्त
Surinder blackpen
ॐ
Prakash Chandra
..........?
..........?
शेखर सिंह
3188.*पूर्णिका*
3188.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
वह तोड़ती पत्थर / ©मुसाफ़िर बैठा
वह तोड़ती पत्थर / ©मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
*माटी की संतान- किसान*
*माटी की संतान- किसान*
Harminder Kaur
*अद्‌भुत है अनमोल देह, इसकी कीमत पह‌चानो(गीत)*
*अद्‌भुत है अनमोल देह, इसकी कीमत पह‌चानो(गीत)*
Ravi Prakash
" वतन "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
दोहा
दोहा
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
बेरोजगार लड़के
बेरोजगार लड़के
पूर्वार्थ
अरे लोग गलत कहते हैं कि मोबाइल हमारे हाथ में है
अरे लोग गलत कहते हैं कि मोबाइल हमारे हाथ में है
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
दिनांक:-२३.०२.२३.
दिनांक:-२३.०२.२३.
Pankaj sharma Tarun
आप में आपका
आप में आपका
Dr fauzia Naseem shad
जन्माष्टमी महोत्सव
जन्माष्टमी महोत्सव
Neeraj Agarwal
चाँद
चाँद
Atul "Krishn"
क्या यह महज संयोग था या कुछ और.... (3)
क्या यह महज संयोग था या कुछ और.... (3)
Dr. Pradeep Kumar Sharma
पहला प्यार - अधूरा खाब
पहला प्यार - अधूरा खाब
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
आजा रे आजा घनश्याम तू आजा
आजा रे आजा घनश्याम तू आजा
gurudeenverma198
प्रदूषण-जमघट।
प्रदूषण-जमघट।
Pt. Brajesh Kumar Nayak
भारत के वीर जवान
भारत के वीर जवान
Mukesh Kumar Sonkar
शायद ...
शायद ...
हिमांशु Kulshrestha
"सुप्रभात"
Yogendra Chaturwedi
वेदना ऐसी मिल गई कि मन प्रदेश में हाहाकार मच गया,
वेदना ऐसी मिल गई कि मन प्रदेश में हाहाकार मच गया,
Sukoon
Loading...