गौर से देंखो हम है यहाँ के थानेदार
अपने सभी पुलिस इंस्प्केटर दोस्तों के लिखी मेरी यह शानदार काविता उनकी देशभक्ति को प्रकट करने के लिये उनको मेरी अशोक सपड़ा की तरफ से समर्पित
गौर से देखों जरा हम है यहाँ के थानेदार
हिंदी अंग्रेजी हम बोलते बड़ी है फ्राटेदार
गौर से देखों………
भारत माता के हम सच्चे सपूत कहलाते
दुश्मन हमारे हमसे डरकर सदा थरथराते
कठिन ड्यूटी करने को सदा हम है तैयार
गौर से देखों………..
बंद करने आये बदमाशों का काला धंधा
हमको देख घोटालों में छाया इनके मंदा
शेरनी माँ भारती की पूजा करता ये बंदा
बढ़ो का आशीर्वाद मुझे बच्चों से है प्यार
गौर से देखों …………..
हाथ में लेकर के हम अपने तो लाठी डंडा
देश का नाम करेंगे रोशन उठा अपना झंडा
अपराधी हमको देख बन मुर्गी दे देतें हैअंडा
शरीफों के लिए शरीफ डाकू के लिए खूंखार
गौर से देखों ………
मान लों तुम आज भारत माँ के बेटे की बात
करलों हमसे दोस्ती करलों हमसे मुलाक़ात
बेखोंफ घूमोगे फिर चाहे हो घनी काली रात
तुमको भी तो हमसे है इतनी ही सी दरकार
गौर से देखों………..
आये सामने चाहें कोई कराची लाहौर के पीर
चीर के रख देंगे उनको जो मांगे हमसे कश्मीर
भूल कर खुद को उठालेन्गे हम अब शमशीर
ग़ाएंगे जोर से हम भारत माँ की जयजयकार
गौर से देखों…………….
पकिस्तां तू तो है हमारे लिए इक चिड़ियाखाना
तेरी औकात तो बस कश्मीर कश्मीर चिल्लाना
हम तो ठहरें बाघ पहनें हम तो चश्मा भी काला
चाल चलें हम चलता जैसे कोई हाथी मतवाला
तू तो है अपनी गुलाम मानसिकता का बीमार
गौर से देखों………..
मूझको देखके बन जायेगा तू तो भीगी बिल्ली
लहरा देंगे लाहौर तिरंगा तेरे ख्वाब रहेगी दिल्ली
बढ़ें ख्वाब पाले तूने तू तो पाक प्यारे शेखचिल्ली
डरतें नहीं हम चाहे आये कोई यहाँ अपनी सर्कार
गौर से देखों………..
हिम को बनाके निज हाथों से माँ भारती का ताज
करेगा हिदुस्तांन तुझपर अपना भी एक दिन राज
मेरी भारत माता को खुश देख तब मैं मुस्कुराऊँगा
भारत माता की जयकार के नारे मैं भी लगाऊंगा
तुझको करने आया में कान खोंल सुनलें खबरदार
गौर से देखों………..
कोई यहाँ मराठी गुजराती तो कोई है राजस्थानी
भड़क उठे तेरी हरकतें देख कर राजा और रानी
हमारे फौलादी वीरों की यहाँ बड़ी अमर कहानी
हमने तो तुझको अब इतिहास बनाने की है ठानी
अब जंग मिटाना हमको अपने लेकर के हथियार
ग़ौर से देखों ………..
दे देंगे तुझ पागल पड़ोसी को बिजली के झटके
युद्ध हमारा सर्जिकल होगा थोड़ा सा अब हटके
हरी भूमि हमारी हम थे इसके सीधे साधे लोग
तेरी नापाक आतंकी हरकत बनी भयानक रोग
वीर शिवाजी की तरह युद्ध होगा अब छापेमार
ग़ौर से देखों ………
अशोक सपड़ा की कलम से दिल्ली से
9968237538