Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Feb 2024 · 1 min read

बनोगे मेरे

सुनो बनोगे मेरे साये,
चलोगे मेरे संग,
कभी न अलग होने के लिए l

सुनो बनोगे मेरे कंगना,
बंधन में बाँधने के लिए,
कभी न तोड़ने के लिए l

सुनो बनोगे मेरी पायल,
अपने सुरों में मिलाने के लिए,
कभी न सुरों को अलग करने के लिए l

सुनो बनोगे मेरी बिंदियाँ,
मेरे माथे की गरिमा बढ़ाने के लिए,
कभी न बिछुड़ने के लिए l

Language: Hindi
3 Likes · 57 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
अब मै ख़ुद से खफा रहने लगा हूँ
अब मै ख़ुद से खफा रहने लगा हूँ
Bhupendra Rawat
कोशिश बहुत करता हूं कि दर्द ना छलके
कोशिश बहुत करता हूं कि दर्द ना छलके
Er. Sanjay Shrivastava
** चिट्ठी आज न लिखता कोई **
** चिट्ठी आज न लिखता कोई **
surenderpal vaidya
राणा सा इस देश में, हुआ न कोई वीर
राणा सा इस देश में, हुआ न कोई वीर
Dr Archana Gupta
'खामोश बहती धाराएं'
'खामोश बहती धाराएं'
Dr MusafiR BaithA
आओ मिलकर नया साल मनाये*
आओ मिलकर नया साल मनाये*
Naushaba Suriya
"संयम की रस्सी"
Dr. Kishan tandon kranti
हिन्दू मुस्लिम करता फिर रहा,अब तू क्यों गलियारे में।
हिन्दू मुस्लिम करता फिर रहा,अब तू क्यों गलियारे में।
शायर देव मेहरानियां
ईश्वर का
ईश्वर का "ह्यूमर" रचना शमशान वैराग्य -  Fractional Detachment  
Atul "Krishn"
कोई इतना नहीं बलवान
कोई इतना नहीं बलवान
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
तुम गए कहाँ हो 
तुम गए कहाँ हो 
Amrita Shukla
हरियाली के बीच में , माँ का पकड़े हाथ ।
हरियाली के बीच में , माँ का पकड़े हाथ ।
Mahendra Narayan
The steps of our life is like a cup of tea ,
The steps of our life is like a cup of tea ,
Sakshi Tripathi
2521.पूर्णिका
2521.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
"Battling Inner Demons"
Manisha Manjari
उम्र अपना
उम्र अपना
Dr fauzia Naseem shad
शीर्षक – फूलों के सतरंगी आंचल तले,
शीर्षक – फूलों के सतरंगी आंचल तले,
Sonam Puneet Dubey
#जंगल_में_मंगल
#जंगल_में_मंगल
*Author प्रणय प्रभात*
सुहागन की अभिलाषा🙏
सुहागन की अभिलाषा🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
दिखाना ज़रूरी नहीं
दिखाना ज़रूरी नहीं
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
वो जाने क्या कलाई पर कभी बांधा नहीं है।
वो जाने क्या कलाई पर कभी बांधा नहीं है।
सत्य कुमार प्रेमी
किस पथ पर उसको जाना था
किस पथ पर उसको जाना था
Mamta Rani
बरखा
बरखा
Dr. Seema Varma
तेरे गम का सफर
तेरे गम का सफर
Rajeev Dutta
*कितनी बार कैलेंडर बदले, साल नए आए हैं (हिंदी गजल)*
*कितनी बार कैलेंडर बदले, साल नए आए हैं (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
नफरतों के शहर में प्रीत लुटाते रहना।
नफरतों के शहर में प्रीत लुटाते रहना।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
मंजिल की तलाश में
मंजिल की तलाश में
Praveen Sain
प्यार
प्यार
Kanchan Khanna
प्यार करें भी तो किससे, हर जज़्बात में खलइश है।
प्यार करें भी तो किससे, हर जज़्बात में खलइश है।
manjula chauhan
एक सपना देखा था
एक सपना देखा था
Vansh Agarwal
Loading...