Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Apr 2024 · 1 min read

“गौरतलब”

“गौरतलब”
मुफ्त की नसीहत का
कोई मोल नहीं है,
इंसान की फितरत का
कोई तौल नहीं है।

4 Likes · 3 Comments · 113 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all
You may also like:
*******अधूरे अरमान*******
*******अधूरे अरमान*******
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
मैं जानता हूॅ॑ उनको और उनके इरादों को
मैं जानता हूॅ॑ उनको और उनके इरादों को
VINOD CHAUHAN
"रक्षाबंधन"
Shashi kala vyas
चुनिंदा अश'आर
चुनिंदा अश'आर
Dr fauzia Naseem shad
कागज़ ए जिंदगी
कागज़ ए जिंदगी
Neeraj Agarwal
ए मौत आ, आज रात
ए मौत आ, आज रात
Ashwini sharma
47.....22 22 22 22 22 22
47.....22 22 22 22 22 22
sushil yadav
कोई शाम तलक,कोई सुबह तलक
कोई शाम तलक,कोई सुबह तलक
Shweta Soni
ज़िन्दगी थोड़ी भी है और ज्यादा भी ,,
ज़िन्दगी थोड़ी भी है और ज्यादा भी ,,
Neelofar Khan
घनाक्षरी
घनाक्षरी
Suryakant Dwivedi
True love
True love
Bhawana ranga
तुम्हारे अंदर भी कई गुण होंगे,
तुम्हारे अंदर भी कई गुण होंगे,
Ajit Kumar "Karn"
तेरी यादों के साये में
तेरी यादों के साये में
हिमांशु Kulshrestha
सुबह देखता हूं शाम देखता हूं
सुबह देखता हूं शाम देखता हूं
Rituraj shivem verma
*एक साथी क्या गया, जैसे जमाना सब गया (हिंदी गजल/ गीतिका)*
*एक साथी क्या गया, जैसे जमाना सब गया (हिंदी गजल/ गीतिका)*
Ravi Prakash
ചരിച്ചിടാം നേർവഴി
ചരിച്ചിടാം നേർവഴി
Heera S
फ़लसफ़ा है जिंदगी का मुस्कुराते जाना।
फ़लसफ़ा है जिंदगी का मुस्कुराते जाना।
Manisha Manjari
दूसरे का चलता है...अपनों का ख़लता है
दूसरे का चलता है...अपनों का ख़लता है
Mamta Singh Devaa
शाम हुई, नन्हें परिंदे घर लौट आते हैं,
शाम हुई, नन्हें परिंदे घर लौट आते हैं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
नर से नर पिशाच की यात्रा
नर से नर पिशाच की यात्रा
Sanjay ' शून्य'
"" *गणतंत्र दिवस* "" ( *26 जनवरी* )
सुनीलानंद महंत
" व्यथा "
Dr. Kishan tandon kranti
प्रभु का प्राकट्य
प्रभु का प्राकट्य
Anamika Tiwari 'annpurna '
पुरुषो को प्रेम के मायावी जाल में फसाकर , उनकी कमौतेजन्न बढ़
पुरुषो को प्रेम के मायावी जाल में फसाकर , उनकी कमौतेजन्न बढ़
पूर्वार्थ
3808.💐 *पूर्णिका* 💐
3808.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
जब घर से दूर गया था,
जब घर से दूर गया था,
भवेश
🙅विज्ञापन जगत🙅
🙅विज्ञापन जगत🙅
*प्रणय*
प्रेम जीवन में सार
प्रेम जीवन में सार
Dr.sima
#खरी बात
#खरी बात
DrLakshman Jha Parimal
विजेता सूची- “सत्य की खोज” – काव्य प्रतियोगिता
विजेता सूची- “सत्य की खोज” – काव्य प्रतियोगिता
Sahityapedia
Loading...