गृहिणी…
गृहिणी…
गृहिणी के कार्य से छुटकारा मुश्किल,
गृहिणी के तमगे से छुटकारा मुश्किल।
घर में सबसे सराहना पाना मुश्किल,
घर का केंद्र बिंदु कहलाना मुश्किल।
सबके ख़्वाहिशों को सम्हालना मुश्किल,
अपनी ख़्वाहिशों को जीना मुश्किल।
अपने अधिकारों का तोहफा पाना मुश्किल,
अपने सम्मान को बनाये रखना मुश्किल।
चाह प्रभु बस इतनी कर्तव्य पथ से ना भटकें,
चाह प्रभु बस इतनी खुद को ना बिसरायें।
©✍️ शशि धर कुमार