if you love me you will get love for sure.
बेवजह ही रिश्ता बनाया जाता
अनुभूति, चिन्तन तथा अभिव्यक्ति की त्रिवेणी ... “ हुई हैं चाँद से बातें हमारी “.
मायूसियों से निकलकर यूँ चलना होगा
दिल धड़कने लगा जब तुम्हारे लिए।
*"बीजणा" v/s "बाजणा"* आभूषण
लोककवि पंडित राजेराम संगीताचार्य
*पीछे-पीछे मौत, जिंदगी आगे-आगे (कुंडलिया)*
लिख रहा हूं कहानी गलत बात है
अपना-अपना "टेलिस्कोप" निकाल कर बैठ जाएं। वर्ष 2047 के गृह-नक
न मिलती कुछ तवज्जो है, न होता मान सीधे का।
मणिपुर की घटना ने शर्मसार कर दी सारी यादें
एकाकीपन
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
आब त रावणक राज्य अछि सबतरि ! गाम मे ,समाज मे ,देशक कोन - को