गुलिस्तान के फूल
गुलिस्तां में भी एक ज़िन्दगी है
जिसमें कूछ फूल
खिलने के बाद भी
मायूस रहते हैं
कुछ खिलने तक
मुरझा जाते हैं
कुछ खिलते खिलते
उड़ान भरते हैं
कुछ परवाज़ के फिक्र में
उलझे रहते हैं
तो कुछ फूल खौफ से दूर
खुशियों का आलम महकाते हैं