गुलमोहर का पेड़
गुलमोहर के पेड़ पर
कभी पतझड़ में पत्ते तक नहीं होते
कभी हरे हरे मखमली
एक नरम बिछौने से पत्ते तो होते हैं पर
लाल लाल
नारंगी नारंगी
धधकतेअंगारों से फूल नहीं होते
जब एक गुलमोहर का पेड़
फूलों से और
पत्तों से लदा होता है तो
कितना सुंदर लगता है
कितना मनोहारी प्रतीत होता है
जी में आता है कि
बस इसे एकटक निहारते रहो
किसी महबूब की तरह
यह एक अप्रतिम सौन्दर्य की मूरत सा
लगता है
जैसे प्रेम में डूबा
बाहें फैलाये
प्रेम के सागर के खुद तक
बहकर आने के इंतजार में
न जाने कितनी सदियों से
एक पपीहे की प्यास की तरह
बेकरार सा खड़ा हो।
मीनल
सुपुत्री श्री प्रमोद कुमार
इंडियन डाईकास्टिंग इंडस्ट्रीज
सासनी गेट, आगरा रोड
अलीगढ़ (उ.प्र.) – 202001