Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
5 Sep 2021 · 1 min read

‘गुरु’ (शिक्षक दिवस पर विशेष)

‘गुरु’
*****

नित्य जाओ , घर से गुरुजन तक;
ज्ञान पाओ,बचपन से यौवन तक।

अच्छे शिष्य बनो , पूरे जीवन तक;
सदा शीश झुकाओ,गुरुकदम तक।

माता-पिता से मिले , घर का ज्ञान;
गुरुजन भी देते सदा, अच्छा ज्ञान।

‘गुरु’ हमेशा ही ज्ञान की खान होते,
‘गुरु’ जीवन में , सबसे महान होते।

हर शिष्य की यही, शान बान होते;
अज्ञानी हेतु, ‘गुरु’जीवन दान होते।

जो सदा,’गुरु’ की माने हर ही बात;
खुशियां होती, हमेशा उसके साथ।

‘गुरु’, जीवन का गूढ़ रहस्य बताते;
ये बच्चों के आलस को दूर भागते।

हर एक बच्चा होता, उनको खास;
बच्चों को भी होता, इनपर विश्वास।

जीवन में, सदा अनुशासन जरूरी;
‘गुरु’ही होते हैं,अनुशासन की धुरी।

जब भी कर्म , लगे कभी मजबूरी;
गुरुज्ञान कराता , सारे कर्तव्य पूरी।

‘गुरु’ का जो कोई भी,करे अपमान;
होता नहीं कभी , उसका कल्याण।

‘गुरु’ ही, हर लघु को उत्तम बनाते;
हर मनु को भी ये , महत्तम बनाते।

‘गुरु’ ही,‌ अब शिक्षक भी कहलाते;
5 सितंबर , ‘शिक्षक दिवस’ मनाते।

?????????

……..✍️पंकज कर्ण
…………..कटिहार।।

Language: Hindi
6 Likes · 577 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from पंकज कुमार कर्ण
View all
You may also like:
बनें सब आत्मनिर्भर तो, नहीं कोई कमी होगी।
बनें सब आत्मनिर्भर तो, नहीं कोई कमी होगी।
डॉ.सीमा अग्रवाल
संवेदना (वृद्धावस्था)
संवेदना (वृद्धावस्था)
नवीन जोशी 'नवल'
ये न सोच के मुझे बस जरा -जरा पता है
ये न सोच के मुझे बस जरा -जरा पता है
सिद्धार्थ गोरखपुरी
सरस्वती वंदना-4
सरस्वती वंदना-4
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
14- वसुधैव कुटुम्ब की, गरिमा बढाइये
14- वसुधैव कुटुम्ब की, गरिमा बढाइये
Ajay Kumar Vimal
Love life
Love life
Buddha Prakash
जनमदिन तुम्हारा !!
जनमदिन तुम्हारा !!
Dhriti Mishra
*......सबको लड़ना पड़ता है.......*
*......सबको लड़ना पड़ता है.......*
Naushaba Suriya
मैं
मैं "आदित्य" सुबह की धूप लेकर चल रहा हूं।
Dr. ADITYA BHARTI
Gazal
Gazal
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
चुनावी वादा
चुनावी वादा
नंदलाल सिंह 'कांतिपति'
दिल का खेल
दिल का खेल
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
वाक़िफ नहीं है कोई
वाक़िफ नहीं है कोई
Dr fauzia Naseem shad
🌹ओ साहिब जी,तुम मेरे दिल में जँचे हो🌹
🌹ओ साहिब जी,तुम मेरे दिल में जँचे हो🌹
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
**सिकुड्ता व्यक्तित्त्व**
**सिकुड्ता व्यक्तित्त्व**
DR ARUN KUMAR SHASTRI
स्त्री एक देवी है, शक्ति का प्रतीक,
स्त्री एक देवी है, शक्ति का प्रतीक,
कार्तिक नितिन शर्मा
बिन सूरज महानगर
बिन सूरज महानगर
Lalit Singh thakur
** वर्षा ऋतु **
** वर्षा ऋतु **
surenderpal vaidya
अदालत में क्रन्तिकारी मदनलाल धींगरा की सिंह-गर्जना
अदालत में क्रन्तिकारी मदनलाल धींगरा की सिंह-गर्जना
कवि रमेशराज
मेरी सच्चाई को बकवास समझती है
मेरी सच्चाई को बकवास समझती है
Keshav kishor Kumar
🌸 मन संभल जाएगा 🌸
🌸 मन संभल जाएगा 🌸
पूर्वार्थ
सामाजिक न्याय के प्रश्न
सामाजिक न्याय के प्रश्न
Shekhar Chandra Mitra
*मेरा वोट मेरा अधिकार (दोहे)*
*मेरा वोट मेरा अधिकार (दोहे)*
Rituraj shivem verma
"जब रास्ते पर पत्थरों के ढेर पड़े हो, तब सड़क नियमों का पालन
Dushyant Kumar
चौथ मुबारक हो तुम्हें शुभ करवा के साथ।
चौथ मुबारक हो तुम्हें शुभ करवा के साथ।
सत्य कुमार प्रेमी
" तुम खुशियाँ खरीद लेना "
Aarti sirsat
मातृ भाषा हिन्दी
मातृ भाषा हिन्दी
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
मोहब्बत है अगर तुमको जिंदगी से
मोहब्बत है अगर तुमको जिंदगी से
gurudeenverma198
■ आज का दोहा
■ आज का दोहा
*Author प्रणय प्रभात*
हिन्दी दिवस
हिन्दी दिवस
Neeraj Agarwal
Loading...