Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Aug 2020 · 1 min read

गुरु ईश का रूप धरा पर

गुरु ईश का रूप धरा पर
जग को यही चलाते है।
पंचतत्व के पुतले को,
नर से भगवान बनाते हैं।

बचपन में , प्रथम रूप में,
माँ बनकर के आते है।
शब्दज्ञान का पाठ पढ़ाकर,
चलना हमें सिखाते हैं।

द्वितीय रूप पिता का धरते,
आत्मनिर्भरता सिखलाते हैं।
परिस्थितियां चाहे जैसी हो,
हमारा विश्वास बढ़ाते हैं।

तृतीय रूप शिक्षक का धरते
भौतिक ज्ञान बढ़ाते हैं।
तराशकर अमूर्त पाहन को,
मूर्त रूप दे जाते हैं।

लोहे को कुंदन कर देते
बिष कोअमृत बनाते हैं।
पथ के काँटें फूल बनाकर,
सुरभियुक्त कर जाते हैं।

सुप्त-शक्तियाँ जोश जागते,
उत्सुकता सिखलातें हैं।
प्यासे मन की प्यास बुझाने,
ज्ञान कूप हो जाते हैं।

चाणक्य स्वयं को कर लेते,
जीत के द्वार खुलवाते हैं।
जीत दिलाकर चंद्रगुप्त को,
विजयी खुद हो जाते हैं।

चंद्रयान को चाँद तक,
आदित्य मिशन को सूर्य तक,
ले जाने वाले वैज्ञानिकों को,
काबिल यही बनाते हैं।

गुरु के तुल्य न कोई धरा पर
लक्ष्य को वो दिखलाते हैं।
अज्ञान के तम को हरते वो
‘दीप’ की ज्योति जगाते हैं।

-जारी।
-कुल’दीप’ मिश्रा

©सर्वाधिकार सुरक्षित

Language: Hindi
2 Likes · 4 Comments · 278 Views

You may also like these posts

काली शर्ट पहनकर तुम आते क्यों हो?
काली शर्ट पहनकर तुम आते क्यों हो?
Jyoti Roshni
हमनें ख़ामोश
हमनें ख़ामोश
Dr fauzia Naseem shad
फिर न आए तुम
फिर न आए तुम
Deepesh Dwivedi
गोपियों का विरह– प्रेम गीत।
गोपियों का विरह– प्रेम गीत।
Abhishek Soni
गांव गलियां मुस्कुराएं,
गांव गलियां मुस्कुराएं,
TAMANNA BILASPURI
ज़िंदगी के किताब में सबसे हसीन पन्ना
ज़िंदगी के किताब में सबसे हसीन पन्ना
Ranjeet kumar patre
'प्रहरी' बढ़ता  दंभ  है, जितना  बढ़ता  नोट
'प्रहरी' बढ़ता दंभ है, जितना बढ़ता नोट
Anil Mishra Prahari
बदलती जिंदगी की राहें
बदलती जिंदगी की राहें
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
टूटता तारा
टूटता तारा
Kirtika Namdev
*दोहे*
*दोहे*
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
अनुपम उपहार ।
अनुपम उपहार ।
अनुराग दीक्षित
शुभ प्रभात मित्रो !
शुभ प्रभात मित्रो !
Mahesh Jain 'Jyoti'
हमारे पास हार मानने के सभी कारण थे, लेकिन फिर भी हमने एक-दूस
हमारे पास हार मानने के सभी कारण थे, लेकिन फिर भी हमने एक-दूस
पूर्वार्थ
- बेहिसाब मोहब्बत -
- बेहिसाब मोहब्बत -
bharat gehlot
परीक्षा से वो पहली रात
परीक्षा से वो पहली रात
प्रकाश जुयाल 'मुकेश'
एक छोटी सी बह्र
एक छोटी सी बह्र
Neelam Sharma
जिनका मैंने हर समय, रखा हृदय से ख्याल
जिनका मैंने हर समय, रखा हृदय से ख्याल
RAMESH SHARMA
जन्मदिन विशेष :
जन्मदिन विशेष :
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
4175.💐 *पूर्णिका* 💐
4175.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
औरों के संग
औरों के संग
Punam Pande
*शादी के पहले, शादी के बाद*
*शादी के पहले, शादी के बाद*
Dushyant Kumar
**मातृभूमि**
**मातृभूमि**
लक्ष्मण 'बिजनौरी'
..
..
*प्रणय*
कुंडलिया
कुंडलिया
गुमनाम 'बाबा'
ऑंखों से सीखा हमने
ऑंखों से सीखा हमने
Harminder Kaur
पेइंग गेस्ट
पेइंग गेस्ट
Dr. Pradeep Kumar Sharma
चांद बिना
चांद बिना
Surinder blackpen
सावन
सावन
Dr Archana Gupta
" रंग "
Dr. Kishan tandon kranti
शीर्षक - 'शिक्षा : गुणात्मक सुधार और पुनर्मूल्यांकन की महत्ती आवश्यकता'
शीर्षक - 'शिक्षा : गुणात्मक सुधार और पुनर्मूल्यांकन की महत्ती आवश्यकता'
ज्ञानीचोर ज्ञानीचोर
Loading...