Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Feb 2017 · 1 min read

गुनाह करो कुछ ऐसा

गुनाह करो तुम कुछ ऐसा
कि ऊपर वाला भी कायल हो जाये
चीरती हुई भीड़ में जैसा कोई
भेड़िया बब्बर शेर हो जाये !!

बेगुनाह को सजा दे देते हैं
जमाने में अदालत के जज
मजा तो तब देखने में आता
है, जब इनको सजा देते हैं सब !!

मंजिल तेरी और है, क्यों भटकता
रहता है दुनिया में बेख़ौफ़ बन्दे
रास्ता तो सच कि तरफ भी जाता है
छोड़ दे सारे के सारे गोरख धन्धे !!

अजीत कुमार तलवार
मेरठ

Language: Hindi
226 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
View all

You may also like these posts

दोस्तों अगर किसी का दर्द देखकर आपकी आत्मा तिलमिला रही है, तो
दोस्तों अगर किसी का दर्द देखकर आपकी आत्मा तिलमिला रही है, तो
Sunil Maheshwari
बाग़ी
बाग़ी
Shekhar Chandra Mitra
*मतदान करें*
*मतदान करें*
नवल किशोर सिंह
" गौर से "
Dr. Kishan tandon kranti
ग़ज़ल
ग़ज़ल
आर.एस. 'प्रीतम'
मायने रखता है
मायने रखता है
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
मेरी ज़िंदगी की खुशियां
मेरी ज़िंदगी की खुशियां
Dr fauzia Naseem shad
हर एक चोट को दिल में संभाल रखा है ।
हर एक चोट को दिल में संभाल रखा है ।
Phool gufran
" चलो उठो सजो प्रिय"
Shakuntla Agarwal
Unlocking the Potential of the LK99 Superconductor: Investigating its Zero Resistance and Breakthrough Application Advantages
Unlocking the Potential of the LK99 Superconductor: Investigating its Zero Resistance and Breakthrough Application Advantages
Shyam Sundar Subramanian
सत्य मानव
सत्य मानव
Rambali Mishra
छुट्टी का दिन
छुट्टी का दिन
Meera Thakur
तू छीनती है गरीब का निवाला, मैं जल जंगल जमीन का सच्चा रखवाला,
तू छीनती है गरीब का निवाला, मैं जल जंगल जमीन का सच्चा रखवाला,
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
ज़िंदगी भी क्या है?
ज़िंदगी भी क्या है?
शिवम राव मणि
गिरें क्या जरा सा!
गिरें क्या जरा सा!
manjula chauhan
अगर तलाश करूं कोई मिल जायेगा,
अगर तलाश करूं कोई मिल जायेगा,
शेखर सिंह
पिता
पिता
Ashwini sharma
कहते  हैं  रहती  नहीं, उम्र  ढले  पहचान ।
कहते हैं रहती नहीं, उम्र ढले पहचान ।
sushil sarna
मुस्कुराती आंखों ने उदासी ओढ़ ली है
मुस्कुराती आंखों ने उदासी ओढ़ ली है
Abhinay Krishna Prajapati-.-(kavyash)
तुमसे दूर रहकर जाना जुदाई क्या होती है
तुमसे दूर रहकर जाना जुदाई क्या होती है
डी. के. निवातिया
** गर्मी है पुरजोर **
** गर्मी है पुरजोर **
surenderpal vaidya
21. Life
21. Life
Santosh Khanna (world record holder)
चलना तुमने सिखाया ,रोना और हंसना भी सिखाना तुमने।
चलना तुमने सिखाया ,रोना और हंसना भी सिखाना तुमने।
SUNIL kumar
#शेर-
#शेर-
*प्रणय*
जीवन भर यह पाप करूँगा
जीवन भर यह पाप करूँगा
Sanjay Narayan
- बाबुल का आंगन एक दिन तुम्हे छोड़ना पड़ेगा -
- बाबुल का आंगन एक दिन तुम्हे छोड़ना पड़ेगा -
bharat gehlot
चौपाई छंद गीत
चौपाई छंद गीत
seema sharma
तू ठहर चांद हम आते हैं
तू ठहर चांद हम आते हैं
नंदलाल सिंह 'कांतिपति'
आजादी की शाम ना होने देंगे
आजादी की शाम ना होने देंगे
Ram Krishan Rastogi
23/185.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/185.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
Loading...