Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 Dec 2020 · 1 min read

गुटबाजी, राजनीति व जलन l

भाई-भतीजावाद,
गुटबाजी, राजनीति व जलन l
इस जग में इल्म नहीं,
बस असत्य का ही सहज चलन ll
मिटता जाता, समाज,
घर, जीवन जीवन, वतन वतन l
न फर्क, मानव, पिशाच,
प्यास दहके लिए अगन अगन ll

अरविन्द व्यास प्यास”

Language: Hindi
2 Likes · 214 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
राम के नाम को यूं ही सुरमन करें
राम के नाम को यूं ही सुरमन करें
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
तार दिल के टूटते हैं, क्या करूँ मैं
तार दिल के टूटते हैं, क्या करूँ मैं
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
गल्प इन किश एण्ड मिश
गल्प इन किश एण्ड मिश
प्रेमदास वसु सुरेखा
मोहब्बत की राहों मे चलना सिखाये कोई।
मोहब्बत की राहों मे चलना सिखाये कोई।
Rajendra Kushwaha
भावात्मक
भावात्मक
Surya Barman
चाँद पर रखकर कदम ये यान भी इतराया है
चाँद पर रखकर कदम ये यान भी इतराया है
Dr Archana Gupta
“ भयावह व्हाट्सप्प ”
“ भयावह व्हाट्सप्प ”
DrLakshman Jha Parimal
दो का पहाडा़
दो का पहाडा़
Rituraj shivem verma
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Mahendra Narayan
"अवशेष"
Dr. Kishan tandon kranti
कोठरी
कोठरी
Punam Pande
नित्य प्रार्थना
नित्य प्रार्थना
Dr.Pratibha Prakash
सुविचार
सुविचार
Dr MusafiR BaithA
बेवफाई की फितरत..
बेवफाई की फितरत..
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
गीतिका-* (रामनवमी की हार्दिक शुभकामनाएँ)
गीतिका-* (रामनवमी की हार्दिक शुभकामनाएँ)
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
शब्द मधुर उत्तम  वाणी
शब्द मधुर उत्तम वाणी
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
मोबाइल भक्ति
मोबाइल भक्ति
Satish Srijan
।। सुविचार ।।
।। सुविचार ।।
विनोद कृष्ण सक्सेना, पटवारी
*चले भक्ति के पथ पर जो, कॉंवरियों का अभिनंदन है (गीत)*
*चले भक्ति के पथ पर जो, कॉंवरियों का अभिनंदन है (गीत)*
Ravi Prakash
■ कारण कुछ भी हो। भूल सुधार स्वागत योग्य।।
■ कारण कुछ भी हो। भूल सुधार स्वागत योग्य।।
*Author प्रणय प्रभात*
आंखों में
आंखों में
Dr fauzia Naseem shad
💐प्रेम कौतुक-427💐
💐प्रेम कौतुक-427💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
बेशर्मी से रात भर,
बेशर्मी से रात भर,
sushil sarna
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
चयन
चयन
Dr. Pradeep Kumar Sharma
तेरे बिछड़ने पर लिख रहा हूं ग़ज़ल की ये क़िताब,
तेरे बिछड़ने पर लिख रहा हूं ग़ज़ल की ये क़िताब,
Sahil Ahmad
3218.*पूर्णिका*
3218.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
ना मसले अदा के होते हैं
ना मसले अदा के होते हैं
Phool gufran
तेरी मुहब्बत से, अपना अन्तर्मन रच दूं।
तेरी मुहब्बत से, अपना अन्तर्मन रच दूं।
Anand Kumar
नाबालिक बच्चा पेट के लिए काम करे
नाबालिक बच्चा पेट के लिए काम करे
शेखर सिंह
Loading...