गीत
आज भी सूरत देखकर सम्मान मिलता है,
सच कहने वाले को सदा अपमान मिलता है।।
एक सच देखा है बदनाम जगहों पर हमेशा,
पहले आने वाले को उचित स्थान मिलता है।।
योग्यता रह जाती है पीछे, प्रसिद्धि के आगे,
रसूखदारों को मुंहमांगा मुकाम मिलता है।।
कलम बिकती है लिखने वाले भी बिकते हैं,
बिक जाती हैं ग़ज़लें जो सही दाम मिलता है।।
यूं तो बाजार में हर चीज की कीमत मुकर्रर है,
बस, यहां कौड़ियों के भाव में इंसान बिकता है।।
जय प्रकाश श्रीवास्तव पूनम