Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Jun 2022 · 1 min read

गीत

रात अंधेरी बीतेगी फिर,सुबह सुहानी आएगी।
हरे-भरे सब मरुथल होंगे,वीरानी मिट जाएगी।
मेघ धरा पर रवि किरणों का,
आना रोक नहीं पाते।
काँटों बीच सुमन रह करके,
हरपल रहते मुस्काते।
बढ़े चलो दृढ़ निश्चय करके,मंजिल भी अपनाएगी।
रात अंधेरी बीतेगी ——
बागों में पतझड़ का मौसम,
नहीं हमेशा रहता है।
साथ समय के दुख कम होता,
हर कोई ये कहता है।
आएगा मधुमास कोकिला,फिर शाखों पर गाएगी।
रात अंधेरी बीतेगी——-
चट्टानों से टकराकर ही,
निर्झर आगे बढ़ता है।
छेनी और हथौड़े से ही,
मूर्तिकार बुत गढ़ता है।
कर्मशील जो होगा दुनिया, उसको शीश नवाएगी।
रात अंधेरी बीतेगी फिर——-
डाॅ बिपिन पाण्डेय

Language: Hindi
Tag: गीत
1 Like · 403 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

🚩एकांत महान
🚩एकांत महान
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
'प्यासा'कुंडलिया(Vijay Kumar Pandey' pyasa'
'प्यासा'कुंडलिया(Vijay Kumar Pandey' pyasa'
Vijay kumar Pandey
तू नहीं चाहिए मतलब मुकम्मल नहीं चाहिए मुझे…!!
तू नहीं चाहिए मतलब मुकम्मल नहीं चाहिए मुझे…!!
Ravi Betulwala
सादगी तो हमारी जरा……देखिए
सादगी तो हमारी जरा……देखिए
shabina. Naaz
चंद्रयान-३
चंद्रयान-३
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
"ना जाने"
Dr. Kishan tandon kranti
एक दुआ दिल से
एक दुआ दिल से
MEENU SHARMA
जज़्ब करना
जज़्ब करना
Chitra Bisht
यह तो हम है जो कि, तारीफ तुम्हारी करते हैं
यह तो हम है जो कि, तारीफ तुम्हारी करते हैं
gurudeenverma198
Dafavip là 1 cái tên đã không còn xa lạ với những người cá c
Dafavip là 1 cái tên đã không còn xa lạ với những người cá c
Dafavipbiz
ऐसे साथ की जरूरत
ऐसे साथ की जरूरत
Vandna Thakur
I want to collaborate with my  lost pen,
I want to collaborate with my lost pen,
Sakshi Tripathi
आशाएं
आशाएं
Saurabh Kadam
ज़िंदगी देती है
ज़िंदगी देती है
Dr fauzia Naseem shad
*जलते दीपक कह रहे, हम में भरा प्रकाश (कुंडलिया)*
*जलते दीपक कह रहे, हम में भरा प्रकाश (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
നിങ്ങളോട്
നിങ്ങളോട്
Heera S
भौतिकवाद के निकम्मेपन से तेवरी का उद्भव +राजकुमार ‘निजात’
भौतिकवाद के निकम्मेपन से तेवरी का उद्भव +राजकुमार ‘निजात’
कवि रमेशराज
सिलसिला ये प्यार का
सिलसिला ये प्यार का
सुशील भारती
परिस्थितियाँ
परिस्थितियाँ
Rajesh Kumar Kaurav
है हार तुम्ही से जीत मेरी,
है हार तुम्ही से जीत मेरी,
कृष्णकांत गुर्जर
आज के युग में
आज के युग में "प्रेम" और "प्यार" के बीच सूक्ष्म लेकिन गहरा अ
पूर्वार्थ
गाड़ी मेरे सत्य की
गाड़ी मेरे सत्य की
RAMESH SHARMA
#ਸਭ ਵੇਲੇ - ਵੇਲੇ ਦੀ ਗੱਲ ਲੋਕੋ
#ਸਭ ਵੇਲੇ - ਵੇਲੇ ਦੀ ਗੱਲ ਲੋਕੋ
वेदप्रकाश लाम्बा लाम्बा जी
एक दिन जब वो अचानक सामने ही आ गए।
एक दिन जब वो अचानक सामने ही आ गए।
सत्य कुमार प्रेमी
कविता
कविता
Pushpraj devhare
अच्छे बच्चे
अच्छे बच्चे
अरशद रसूल बदायूंनी
धधकती आग।
धधकती आग।
Rj Anand Prajapati
पिता की याद।
पिता की याद।
Kuldeep mishra (KD)
ये एहतराम था मेरा कि उसकी महफ़िल में
ये एहतराम था मेरा कि उसकी महफ़िल में
Shweta Soni
सुखी जीवन मंत्रा
सुखी जीवन मंत्रा
विजय कुमार अग्रवाल
Loading...