गीत
होली
गीत
मैं किस संग खेलूंगी होली हो, मेरा पिया परदेसी
मैं किसी संग खेलूंगी होली हो ,मेरी छटिए जे नणदे
मैं किस संग खेलूंगी होली।
जेठानी भी खेले, देवरानी भी खेले
सासु भी खेले नणदी भी खेले
खेले गलियों में टोली हो मेरा जी भी न लगेया
मैं किस संग खेलूंगी होली हो ,मेरी छोटिए जे नणदे ।
मैं किस संग खेलूंगी होली ।
भरी-भरी मुठिया गुलाल उड़ाया
अंगना में नाच- गान रचाया
भर -भर मारी पिचकारी हो, मेरा दाव भी न लगेया ।
मैं किसी संग खेलूंगी होली हो, मेरी छोटिए जे नणदे।
मैं किस संग खेलूंगी होली।
परकी जे होली ,लाला पिया संग खेली
भरी -भरी पिचकारी सनमुख झेली
अबकी होली जोरा -जोरी हो, मेरा जी भी न लगेया।
मैं किस संग खेलुंगी होली हो, मेरी छोटिए जे नणदे।
मैं किसी संग खेलूंगी होली।
ललिता कश्यप गांव सायर जिला बिलासपुर हि० प्र०