गीत
हे जननी जन्मभूमि सेवा करूँ तुम्हारी,
तुझसे मिली ये साँसें तुझपे ही जाएं वारी,
हे जननी जन्मभूमि सेवा करूँ तुम्हारी…..2
माँ भारती मुझे हैं प्राणों से बढ़के प्यारी,
निज देश-भेष-भाषा पहचान है हमारी,
हे जननी जन्मभूमि सेवा करूँ तुम्हारी…..2
विपदा हो कोई भी माँ हँस हँस के हम सहेंगे,
तन-मन सभी समर्पित, तेरे लिए करेंगे,
तेरे सभी दुखों को माँ हरने की है कोशिश
जब तक हो साँस बाकी हम शत्रु से लड़ेंगे…..
बस आखिरी तमन्ना दिल की यही हमारी,
ओढे हुए तिरंगा करूँ आखिरी सवारी,
हे जननी जन्मभूमि सेवा करूँ तुम्हारी…..2