Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 Aug 2024 · 1 min read

गीत- समय की धूप सर्दी-सी…

समय की धूप सर्दी-सी कभी गर्मी हुआ करती।
उसी को रास सब जिसके हृदय नरमी हुआ करती।।

कभी संकट कभी ख़ुशियाँ सभी क़ुदरत नज़ारें हैं।
मिले जिसको यहाँ जो भी सभी पावन इशारे हैं।
मिलाए चाँद से तुमको हसीं रजनी हुआ करती।
उसी को रास सब जिसके हृदय नरमी हुआ करती।।

हुआ अच्छा कहें ये तो हुनर सच में हमारा है।
बुरा जो हो गया फिर तो कहें क़िस्मत ने मारा है।
यही इंसान की यारों कि बेशर्मी हुआ करती।
उसी को रास सब जिसके हृदय नरमी हुआ करती।।

कभी वर्षा कभी सूखा अगर स्वीकार हो जाए।
ज़माने से हमें गहरा तभी सुन प्यार हो जाए।
सुहाए ज़िंदगी ‘प्रीतम’ तभी धर्मी हुआ करती।
उसी को रास सब जिसके हृदय नरमी हुआ करती।।

आर. एस. ‘प्रीतम’

Language: Hindi
1 Like · 68 Views
Books from आर.एस. 'प्रीतम'
View all

You may also like these posts

"सपने हमारे"
Yogendra Chaturvedi
इक तेरी ही आरज़ू में
इक तेरी ही आरज़ू में
डॉ. एकान्त नेगी
खिलेंगे फूल राहों में
खिलेंगे फूल राहों में
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
आज, तोला चउबीस साल होगे...
आज, तोला चउबीस साल होगे...
TAMANNA BILASPURI
नज़्म
नज़्म
Shikha Mishra
*मनः संवाद----*
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
#कुछ खामियां
#कुछ खामियां
Amulyaa Ratan
पुरस्कार हेतु गद्य विधा में पुस्तकें आमंत्रित हैं
पुरस्कार हेतु गद्य विधा में पुस्तकें आमंत्रित हैं
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
एक शकुन
एक शकुन
Swami Ganganiya
Someday you'll look back and realize that you overcame all o
Someday you'll look back and realize that you overcame all o
पूर्वार्थ
फूल
फूल
Punam Pande
हम जिसे प्यार करते हैं उसे शाप नहीं दे सकते
हम जिसे प्यार करते हैं उसे शाप नहीं दे सकते
DR ARUN KUMAR SHASTRI
सत्तर भी है तो प्यार की कोई उमर नहीं।
सत्तर भी है तो प्यार की कोई उमर नहीं।
सत्य कुमार प्रेमी
सेंटा क्लाज
सेंटा क्लाज
Sudhir srivastava
दहेज बना अभिशाप
दहेज बना अभिशाप
C S Santoshi
चीत्रोड़ बुला संकरी, आप चरण री ओट।
चीत्रोड़ बुला संकरी, आप चरण री ओट।
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
सस्ता ख़ून-महंगा पानी
सस्ता ख़ून-महंगा पानी
Namita Gupta
शिक्षा का अब अर्थ है,
शिक्षा का अब अर्थ है,
sushil sarna
‘बेटियाँ’
‘बेटियाँ’
Vivek Mishra
हे प्रभु इतना देना की
हे प्रभु इतना देना की
विकास शुक्ल
आज जो कल ना रहेगा
आज जो कल ना रहेगा
Ramswaroop Dinkar
सद्ज्ञानमय प्रकाश फैलाना हमारी शान है।
सद्ज्ञानमय प्रकाश फैलाना हमारी शान है।
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
बाल गीत
बाल गीत "लंबू चाचा आये हैं"
अटल मुरादाबादी(ओज व व्यंग्य )
एक लडक़ी की कहानी (पार्ट 2)
एक लडक़ी की कहानी (पार्ट 2)
MEENU SHARMA
..
..
*प्रणय*
उड़ान मंजिल की ओर
उड़ान मंजिल की ओर
नूरफातिमा खातून नूरी
"दुनिया को पहचानो"
Dr. Kishan tandon kranti
दिन गुज़रते रहे रात होती रही।
दिन गुज़रते रहे रात होती रही।
डॉक्टर रागिनी
लक्ष्य
लक्ष्य
Mansi Kadam
कदम छोटे हो या बड़े रुकना नहीं चाहिए क्योंकि मंजिल पाने के ल
कदम छोटे हो या बड़े रुकना नहीं चाहिए क्योंकि मंजिल पाने के ल
Swati
Loading...