गीत – वो तेरा हंसके गुजर जाना
@ गीत @
वो तेरा हंसके के गुजर जाना और फिर मुड़ना,
वो तेरा होठों से चुप रहना आंखों से कहना । ….2
छुआ के आंखों से प्याला शुरूर बनता है ,…..2
वो तेरा बिन पिए बारिश में झूमते रहना ।
वो तेरा हंसके गुजर जाना और फिर मुड़ना ।
वो तेरा होठों से चुप रहना आंखों से कहना।
जुही खिली है तेरे लाल लरजते लव से,….2
वो तेरा चांदनी रातों में महकते रहना ।
वो तेरा हंसके गुजर जाना और फिर मुड़ना ,
वो तेरा होठों से चुप रहना आंखों से कहना ।
हवा बहकने लगी है गुलाबी आंचल से ……2
वो दिल पै बिजली गिरा कर यूं बरसते रहना ।
वो तेरा हंसकर गुजर जाना और फिर मुड़ना,
वो तेरा होठों से चुप रहना आंखों से कहना ।