Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
31 Jul 2021 · 1 min read

गीत तुम्हारे सुन सुन कर (31जुलाई पुण्य तिथि विशेष)

?हार्दिक?श्रद्धा?सुमन?
?रफी साहब की स्मृति को नमन?
हम गीत तुम्हारे सुन सुनकर जीवन की कश्ती खेते हैं
जब याद तुम्हारी आती है ये दो नैना रोते हैं
आ जाओ तुम्हारे बिन साहब संगीत की दुनियां सूनी है
गीत जावेद के सूने हैं गुलजार की कविता सूनी है
सूनी है मौसिकी जतिन ललित की रहमान की रचना सूनी है
कब तलक तुम्हारे बिन सूनी महफिल सूनी चौपाल चले
आ जाओ अगर आ सकते हो हम भी छोड़ सूना संसार चले
जिस पार तुम्हारी बस्ती है अब तो हम भी उस पार चले
अब तो हम भी उस पार चले……
हम भी अब तो उस पार चले…….
Mahesh Tiwari (M.T.Ayen)

Language: Hindi
2 Likes · 2 Comments · 632 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
*
*"हिंदी"*
Shashi kala vyas
देना है तो दीजिए, प्रभु जी कुछ अपमान (कुंडलिया)
देना है तो दीजिए, प्रभु जी कुछ अपमान (कुंडलिया)
Ravi Prakash
विश्व गौरैया दिवस
विश्व गौरैया दिवस
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
बह्र - 2122 2122 212 फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन फ़ाइलुन
बह्र - 2122 2122 212 फ़ाइलातुन फ़ाइलातुन फ़ाइलुन
Neelam Sharma
बिल्ली की तो हुई सगाई
बिल्ली की तो हुई सगाई
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
याद तुम्हारी......।
याद तुम्हारी......।
Awadhesh Kumar Singh
आखिर शिथिलता के दौर
आखिर शिथिलता के दौर
DrLakshman Jha Parimal
काश हुनर तो..
काश हुनर तो..
Dr. Kishan tandon kranti
* संवेदनाएं *
* संवेदनाएं *
surenderpal vaidya
शायद आकर चले गए तुम
शायद आकर चले गए तुम
Ajay Kumar Vimal
किसान भैया
किसान भैया
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
मेरी कलम से…
मेरी कलम से…
Anand Kumar
ठोकर भी बहुत जरूरी है
ठोकर भी बहुत जरूरी है
Anil Mishra Prahari
राह मे मुसाफिर तो हजार मिलते है!
राह मे मुसाफिर तो हजार मिलते है!
Bodhisatva kastooriya
!..........!
!..........!
शेखर सिंह
ग़म कड़वे पर हैं दवा, पीकर करो इलाज़।
ग़म कड़वे पर हैं दवा, पीकर करो इलाज़।
आर.एस. 'प्रीतम'
दोहा- बाबूजी (पिताजी)
दोहा- बाबूजी (पिताजी)
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
■ आई बात समझ में...?
■ आई बात समझ में...?
*Author प्रणय प्रभात*
काले काले बादल आयें
काले काले बादल आयें
Chunnu Lal Gupta
हाइकु - 1
हाइकु - 1
Sandeep Pande
सारे  ज़माने  बीत  गये
सारे ज़माने बीत गये
shabina. Naaz
2476.पूर्णिका
2476.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
मैं चांद को पाने का सपना सजाता हूं।
मैं चांद को पाने का सपना सजाता हूं।
Dr. ADITYA BHARTI
आज खुश हे तु इतना, तेरी खुशियों में
आज खुश हे तु इतना, तेरी खुशियों में
Swami Ganganiya
बने महब्बत में आह आँसू
बने महब्बत में आह आँसू
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
मेघा तू सावन में आना🌸🌿🌷🏞️
मेघा तू सावन में आना🌸🌿🌷🏞️
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
मरने के बाद भी ठगे जाते हैं साफ दामन वाले
मरने के बाद भी ठगे जाते हैं साफ दामन वाले
Sandeep Kumar
जब अपनी बात होती है,तब हम हमेशा सही होते हैं। गलत रहने के बा
जब अपनी बात होती है,तब हम हमेशा सही होते हैं। गलत रहने के बा
Paras Nath Jha
हर शक्स की नजरो से गिर गए जो इस कदर
हर शक्स की नजरो से गिर गए जो इस कदर
कृष्णकांत गुर्जर
हिन्दी दिवस
हिन्दी दिवस
Ram Krishan Rastogi
Loading...