गीत –छोड़ गये क्यों सजना
गीत
मुखड़ा
छोड़ गये क्यों सजना
क्या भूल हमारी है ?
किसे सुनाऊँ जाकर ।
विपदा जो तुम्हारी है ।
अंतरा-1
निद्रावस्था में त्यागा
कुछ कह कर तो जाते
शिशु सर से खींचा हाथ
ने ह तो बरसा जाते
किस विधि समझाऊँगी
,मात की लाचारी है ।
छोड़ गये क्यों सजना
क्या भूल हमारी है।
….
अंतरा-2
जिस पथ को स्वीकारा
सत्य समझने साजन
झूठा है जगत प्रपंच
वैराग्य है मन भावन
सम्भालूँगी प्राणपण से
थाती जो सँवारी है।
क्यों छोड़ गये सजना
क्या भूल हमारी है।
…।…
पाखी