Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 May 2024 · 1 min read

9. पहचान

हर कुंड से
निकलती है
एक छोटी सी
धारा ।।
तय करती है जो
दूरियां
थोड़ी सी दूर_
अक्सर _
टकरा जाती है
अडिग -अविचल
पत्थर से वह,
कोई
छिटक जाती है ,
कोई
बिखर जाती है ।
मगर जो ?
टूटती नहीं ,
छितराती नहीं
औ’ बिखरती नहीं
सहजता और
सौम्यता से
बस अपना
पथ बदल लेती है –
केवल वही धारा
नदी रूप में
पहचान बन
सागर तक बहती –
पाई जाती है ।
सागर तक बहती
पाई जाती है।।
__****_

25 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
ख़्वाब टूटा
ख़्वाब टूटा
Dr fauzia Naseem shad
भर लो नयनों में नीर
भर लो नयनों में नीर
Arti Bhadauria
बात तो सच है सौ आने कि साथ नहीं ये जाएगी
बात तो सच है सौ आने कि साथ नहीं ये जाएगी
Shweta Soni
Har Ghar Tiranga
Har Ghar Tiranga
Tushar Jagawat
आता एक बार फिर से तो
आता एक बार फिर से तो
Dr Manju Saini
बेटी को जन्मदिन की बधाई
बेटी को जन्मदिन की बधाई
लक्ष्मी सिंह
मैं तो महज बुनियाद हूँ
मैं तो महज बुनियाद हूँ
VINOD CHAUHAN
क्यूं हँसते है लोग दूसरे को असफल देखकर
क्यूं हँसते है लोग दूसरे को असफल देखकर
Praveen Sain
Don't leave anything for later.
Don't leave anything for later.
पूर्वार्थ
ग़ज़ल
ग़ज़ल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
LALSA
LALSA
Raju Gajbhiye
!! कोई आप सा !!
!! कोई आप सा !!
Chunnu Lal Gupta
आशा का दीप
आशा का दीप
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
3311.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3311.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
डर के आगे जीत।
डर के आगे जीत।
Anil Mishra Prahari
तू तो सब समझता है ऐ मेरे मौला
तू तो सब समझता है ऐ मेरे मौला
SHAMA PARVEEN
मेघ, वर्षा और हरियाली
मेघ, वर्षा और हरियाली
Ritu Asooja
"मजदूर"
Dr. Kishan tandon kranti
🔥वक्त🔥
🔥वक्त🔥
सुरेश अजगल्ले 'इन्द्र '
होलिका दहन कथा
होलिका दहन कथा
विजय कुमार अग्रवाल
बस यूँ ही
बस यूँ ही
Neelam Sharma
याद आती हैं मां
याद आती हैं मां
Neeraj Agarwal
अब तो तुम्हारी मांग में सिंदूर भरने के बाद ही,
अब तो तुम्हारी मांग में सिंदूर भरने के बाद ही,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
सफ़र ठहरी नहीं अभी पड़ाव और है
सफ़र ठहरी नहीं अभी पड़ाव और है
Koमल कुmari
रामभक्त शिव (108 दोहा छन्द)
रामभक्त शिव (108 दोहा छन्द)
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
वर्तमान
वर्तमान
Shyam Sundar Subramanian
ज़िंदगी
ज़िंदगी
Dr. Seema Varma
"संसद और सेंगोल"
*प्रणय प्रभात*
"चलो जी लें आज"
Radha Iyer Rads/राधा अय्यर 'कस्तूरी'
इंतजार
इंतजार
Pratibha Pandey
Loading...