Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 May 2023 · 1 min read

गीतिका

गीतिका -1
शारदा वंदना
(1222 1222 1222 1222)

तुम्हारे पास हे माता दुआओँ का खजाना है।
तुम्हीं से उस खजाने से हमें कुछ आज पाना है ।।

नहीं कुछ ज्ञान है हमको मगर अभिमान है माता ।
कृपा कर दो उसी अभिमान को उर से हटाना है ।।

न जानें गीत की गति को न जानें छन्द की लय को ।
तुम्हीं दो ज्ञान हे माता रचें कैसे बताना है ।।

नदी की धार सी कविता हृदय की वादियाँ सींचे ।
बहा दो नीर ममता का जमाने को बचाना है ।।

न खाली हाथ जायेंगे तुम्हारे द्वार से मैया ।
हठी हैं लाल हम तेरे पड़े तुमको मनाना है ।।

वरद कर शीश पर धर दो यही विनती करें तुमसे ।
रचें हम छंद वन्दन के हमें तुमको लुभाना है ।।

जलायें ज्योति नेहा की प्रकाशित हों सभी राहें ।
अँधेरों को यहाँ से दूर हे माता भगाना है ।।
०००
महेश जैन ‘ज्योति ‘,
मथुरा ।
***

Language: Hindi
234 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Mahesh Jain 'Jyoti'
View all
You may also like:
उनको मंजिल कहाँ नसीब
उनको मंजिल कहाँ नसीब
Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता}
जिस मीडिया को जनता के लिए मोमबत्ती बनना चाहिए था, आज वह सत्त
जिस मीडिया को जनता के लिए मोमबत्ती बनना चाहिए था, आज वह सत्त
शेखर सिंह
मलाल न था
मलाल न था
Dr fauzia Naseem shad
"बदल रही है औरत"
Dr. Kishan tandon kranti
'कांतिपति' की कुंडलियां
'कांतिपति' की कुंडलियां
नंदलाल सिंह 'कांतिपति'
"आज का दुर्योधन "
DrLakshman Jha Parimal
मेरे बस्ती के दीवारों पर
मेरे बस्ती के दीवारों पर
'अशांत' शेखर
सूरत अच्छी ,नीयत खोटी दर्पण देख रहे हैं लोग ,
सूरत अच्छी ,नीयत खोटी दर्पण देख रहे हैं लोग ,
Manju sagar
चलो कल चाय पर मुलाक़ात कर लेंगे,
चलो कल चाय पर मुलाक़ात कर लेंगे,
गुप्तरत्न
*मनः संवाद----*
*मनः संवाद----*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
कुछ भी नहीं हमको फायदा, तुमको अगर हम पा भी ले
कुछ भी नहीं हमको फायदा, तुमको अगर हम पा भी ले
gurudeenverma198
आई वर्षा
आई वर्षा
Dr. Pradeep Kumar Sharma
" क़ैदी विचाराधीन हूँ "
Chunnu Lal Gupta
माफिया
माफिया
Sanjay ' शून्य'
"आतिशे-इश्क़" ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
प्रभात वर्णन
प्रभात वर्णन
Godambari Negi
जो शख़्स तुम्हारे गिरने/झुकने का इंतजार करे, By God उसके लिए
जो शख़्स तुम्हारे गिरने/झुकने का इंतजार करे, By God उसके लिए
अंकित आजाद गुप्ता
शीर्षक– आपके लिए क्या अच्छा है यह आप तय करो
शीर्षक– आपके लिए क्या अच्छा है यह आप तय करो
Sonam Puneet Dubey
*चिकने-चुपड़े लिए मुखौटे, छल करने को आते हैं (हिंदी गजल)*
*चिकने-चुपड़े लिए मुखौटे, छल करने को आते हैं (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
चुप रहो
चुप रहो
Sûrëkhâ
दिव्य दर्शन है कान्हा तेरा
दिव्य दर्शन है कान्हा तेरा
Neelam Sharma
वचन सात फेरों का
वचन सात फेरों का
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
🙅WAR/प्रहार🙅
🙅WAR/प्रहार🙅
*प्रणय*
व्यवहारिकता का दौर
व्यवहारिकता का दौर
पूर्वार्थ
Ishq - e - Ludo with barcelona Girl
Ishq - e - Ludo with barcelona Girl
Rj Anand Prajapati
यहाँ सब काम हो जाते सही तदबीर जानो तो
यहाँ सब काम हो जाते सही तदबीर जानो तो
आर.एस. 'प्रीतम'
गीत ____ मां के लिए
गीत ____ मां के लिए
Neelofar Khan
2908.*पूर्णिका*
2908.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
इंसान
इंसान
Bodhisatva kastooriya
Loading...