Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Jun 2022 · 1 min read

गिरते-गिरते – डी के निवातिया

गिरते-गिरते

हम कहाँ से कहाँ आ गए गिरते-गिरते,
जग सारे में सारे छा गए गिरते-गिरते !!
!
काबिल जरा न थे जो जहन्नुम के भी,
जन्नत यहां पर पा गए गिरते-गिरते !!
!
इज़्जत से, लहजे से, दिलो से भी गिरे,
बेगैरत शोहरत कमा गए गिरते-गिरते !!
!
कोई नजरों से गिरा तो कोई उसूलो से,
गिरने में भी लुफ्त ठा गए गिरते-गिरते !!
!
गिरने के हुनर में इतने लायक निकले,
वतन भी नोचकर खा गए गिरते-गिरते !!
!
नाम और शोहरत से गए तो क्या हुआ,
बेशुमार दौलत तो पा गए गिरते-गिरते !!
!
गिरने की ऐसी आदत पाली कहते ‘धरम’
गिरने में भी क्रांति ला गए गिरते-गिरते !!
!
डी के निवातिया

1 Like · 2 Comments · 579 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from डी. के. निवातिया
View all
You may also like:
तालाश
तालाश
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
तमाम रातें तकतें बीती
तमाम रातें तकतें बीती
Suryakant Dwivedi
हिंदी
हिंदी
Bodhisatva kastooriya
गूंजेगा नारा जय भीम का
गूंजेगा नारा जय भीम का
Shekhar Chandra Mitra
*ट्रस्टीशिप विचार: 1982 में प्रकाशित मेरी पुस्तक*
*ट्रस्टीशिप विचार: 1982 में प्रकाशित मेरी पुस्तक*
Ravi Prakash
3280.*पूर्णिका*
3280.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
भारत की नई तस्वीर
भारत की नई तस्वीर
Dr.Pratibha Prakash
रंगमंच
रंगमंच
Ritu Asooja
जो नि: स्वार्थ है
जो नि: स्वार्थ है
Mahetaru madhukar
हां वो तुम हो...
हां वो तुम हो...
Anand Kumar
दूर कहीं जब मीत पुकारे
दूर कहीं जब मीत पुकारे
Mahesh Tiwari 'Ayan'
एक कोर्ट में देखा मैंने बड़ी हुई थी भीड़,
एक कोर्ट में देखा मैंने बड़ी हुई थी भीड़,
AJAY AMITABH SUMAN
नव्य द्वीप का रहने वाला
नव्य द्वीप का रहने वाला
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
जीवन अनंत की यात्रा है और अनंत में विलीन होना ही हमारी मंजिल
जीवन अनंत की यात्रा है और अनंत में विलीन होना ही हमारी मंजिल
Priyank Upadhyay
रात नहीं आती
रात नहीं आती
Madhuyanka Raj
अरे यार तू जा जहाँ जाना चाहती है जा,
अरे यार तू जा जहाँ जाना चाहती है जा,
Dr. Man Mohan Krishna
🌹🌹 झाॅंसी की वीरांगना
🌹🌹 झाॅंसी की वीरांगना
Pt. Brajesh Kumar Nayak / पं बृजेश कुमार नायक
गीतिका और ग़ज़ल
गीतिका और ग़ज़ल
आचार्य ओम नीरव
मुहब्बत भी मिल जाती
मुहब्बत भी मिल जाती
Buddha Prakash
"तू अगर नहीं होती"
Dr. Kishan tandon kranti
किसी ने कहा- आरे वहां क्या बात है! लड़की हो तो ऐसी, दिल जीत
किसी ने कहा- आरे वहां क्या बात है! लड़की हो तो ऐसी, दिल जीत
जय लगन कुमार हैप्पी
सत्य की खोज
सत्य की खोज
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
रमेशराज की पत्नी विषयक मुक्तछंद कविताएँ
रमेशराज की पत्नी विषयक मुक्तछंद कविताएँ
कवि रमेशराज
हाइकु: गौ बचाओं.!
हाइकु: गौ बचाओं.!
Prabhudayal Raniwal
मौसम है मस्ताना, कह दूं।
मौसम है मस्ताना, कह दूं।
पंकज परिंदा
तुमने सुनना ही कब हमें चाहा,
तुमने सुनना ही कब हमें चाहा,
Dr fauzia Naseem shad
दोहा पंचक. . . . . वर्षा
दोहा पंचक. . . . . वर्षा
sushil sarna
इंसानियत अभी जिंदा है
इंसानियत अभी जिंदा है
Sonam Puneet Dubey
There are instances that people will instantly turn their ba
There are instances that people will instantly turn their ba
पूर्वार्थ
फूल और भी तो बहुत है, महकाने को जिंदगी
फूल और भी तो बहुत है, महकाने को जिंदगी
gurudeenverma198
Loading...