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13 Mar 2023 · 1 min read

गाहे-बगाहे

रिश्तों को साधने में बहुत टूटते रहे
गाहे-बगाहे सब ही मुझे लूटते रहे

मैं जो हुआ जवां तो हुआ हाय! ये सितम
बचपन के दोस्त मेरे सभी छूटते रहे

•••

Language: Hindi
1 Like · 87 Views
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