गाती मीरा भक्ति भजन है
गाती मीरा भक्ति भजन है,
कृष्ण हृदय में उसके रमन है,
सादा जीवन उसने बिताया,
मोह उसने कान्हा से लगाया।
नैनो मे उसने गोपाल समाया,
बावली हुयी मीरा ऐसा बताया,
कहते है जिसको कृष्ण दीवानी,
साध्वी बन के मीरा है आयी।
मार्ग प्रेम उसने जगाया,
भक्ति ईश की करना सिखाया,
मुक्ति का मार्ग उसने है पाया,
मीरा सा न कोई होई दीवानी।
सब बंधन तोड़ ,
बांधा एक डोर,
स्तुति करके ,
जगाया हृदय मे प्रेम।
गाती मीरा भक्ति भजन है,
कृष्ण हृदय में उसके रमन है ।
रचनाकार –
बुद्ध प्रकाश,
मौदहा हमीरपुर।