Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Dec 2023 · 1 min read

*गाजर-हलवा श्रेष्ठतम, मीठे का अभिप्राय (कुंडलिया)*

गाजर-हलवा श्रेष्ठतम, मीठे का अभिप्राय (कुंडलिया)
____________________________
पीने को मिलती रहे, अदरक वाली चाय
गाजर-हलवा श्रेष्ठतम, मीठे का अभिप्राय
मीठे का अभिप्राय, धूप जाड़ों की खाऍं
मूॅंगफली सौ लोग, टूॅंगते हमको पाऍं
कहते रवि कविराय, मिले जीवन जीने को
तन हो सुंदर स्वस्थ, शुद्ध जल हो पीने को
—————————————
रचयिता :रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा ,रामपुर ,उत्तर प्रदेश
मोबाइल 9997615 451

2 Likes · 1 Comment · 281 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ravi Prakash
View all
You may also like:
भ्रूण हत्या:अब याचना नहीं रण होगा....
भ्रूण हत्या:अब याचना नहीं रण होगा....
पं अंजू पांडेय अश्रु
3162.*पूर्णिका*
3162.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
इंतज़ार अच्छे दिन का ?
इंतज़ार अच्छे दिन का ?
Shyam Sundar Subramanian
बड़े ही फक्र से बनाया है
बड़े ही फक्र से बनाया है
VINOD CHAUHAN
करतीं पूजा नारियाँ, पावन छठ त्योहार
करतीं पूजा नारियाँ, पावन छठ त्योहार
Dr Archana Gupta
मैं को तुम
मैं को तुम
Dr fauzia Naseem shad
वो आया इस तरह से मेरे हिज़ार में।
वो आया इस तरह से मेरे हिज़ार में।
Phool gufran
आँसू बरसे उस तरफ, इधर शुष्क थे नेत्र।
आँसू बरसे उस तरफ, इधर शुष्क थे नेत्र।
डॉ.सीमा अग्रवाल
*आए फोटो में नजर, खड़े हुए बलवान (हास्य कुंडलिया)*
*आए फोटो में नजर, खड़े हुए बलवान (हास्य कुंडलिया)*
Ravi Prakash
जिंदगी
जिंदगी
अखिलेश 'अखिल'
वर्षों पहले लिखी चार पंक्तियां
वर्षों पहले लिखी चार पंक्तियां
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
नेता जी
नेता जी
Sanjay ' शून्य'
जब प्रेम की परिणति में
जब प्रेम की परिणति में
Shweta Soni
मृदुभाषी व्यक्ति मीठे अपने बोल से
मृदुभाषी व्यक्ति मीठे अपने बोल से
Ajit Kumar "Karn"
शर्तों मे रह के इश्क़ करने से बेहतर है,
शर्तों मे रह के इश्क़ करने से बेहतर है,
पूर्वार्थ
रिश्ते अब रास्तों पर
रिश्ते अब रास्तों पर
Atul "Krishn"
तेरे बिना
तेरे बिना
DR ARUN KUMAR SHASTRI
"झीरम घाटी"
Dr. Kishan tandon kranti
अगर हो अंदर हौसला तो पूरा हर एक काम होता है।
अगर हो अंदर हौसला तो पूरा हर एक काम होता है।
Rj Anand Prajapati
*ख़ास*..!!
*ख़ास*..!!
Ravi Betulwala
दुख में दुश्मन सहानुभूति जताने अथवा दोस्त होने का स्वांग भी
दुख में दुश्मन सहानुभूति जताने अथवा दोस्त होने का स्वांग भी
Dr MusafiR BaithA
दोहा
दोहा
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
*रामलला का सूर्य तिलक*
*रामलला का सूर्य तिलक*
Ghanshyam Poddar
जीवन जोशी कुमायूंनी साहित्य के अमर अमिट हस्ताक्षर
जीवन जोशी कुमायूंनी साहित्य के अमर अमिट हस्ताक्षर
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
चलते चलते थक गया, मन का एक फकीर।
चलते चलते थक गया, मन का एक फकीर।
Suryakant Dwivedi
◆in advance◆
◆in advance◆
*प्रणय*
सियासत जाती और धर्म की अच्छी नहीं लेकिन,
सियासत जाती और धर्म की अच्छी नहीं लेकिन,
Manoj Mahato
सावन
सावन
Sarla Sarla Singh "Snigdha "
रंग ही रंगमंच के किरदार होते हैं।
रंग ही रंगमंच के किरदार होते हैं।
Neeraj Agarwal
*मित्र*
*मित्र*
Dr. Priya Gupta
Loading...