गाँव की बेटी
रिश्तों को पैसों से नही तोलती है वो
हां वो एक गांव की बेटी है ।1।
उसकी सुंदरता बाजारू सामान की मोहताज नही ,
वो मन से सुन्दर , तन से कवि का चाँद है ।
हां वो एक गाँव की बेटी है ।2।
बड़े सपने वो हरगिज ना देखे मगर
औरो के पुरे होते सपने उसे ख़ुशी देते है ।
हां वो एक गाँव की बेटी है ।3।
मनमौजी है वो आशुतोष लेकिन एक पिता का ,
बहन का और माँ का अभिमान है ।
हां वो एक गाँव की बेटी है ।4।