Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
22 May 2024 · 1 min read

ग़ज़ल

ग़ज़ल

12 212 , 212 212

खुशबुओं से भरी आपकी आश्की।
ताजगी भर गई आपकी आश्की।

बात ही बात में बात बनने लगी
प्यार से भर गई आपकी आश्की

खूब हँसते रहे और हँसाते रहे
गीत में ढल गई आपकी आश्की ।

हर जगह तुम दिखे नूर अपना लिए
सूफियाना हुई आपकी आश्की ।।

राह तकते रहे उम्र भर आपकी
आँख राहें हुई आपकी आश्की ।।

खत नही पढ़ सके आपने जो लिखे
गम जदा सी हुई आपकी आश्की ।।

सुशीला जोशी, विद्योत्तमा
9719260777

Language: Hindi
31 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
*सवा लाख से एक लड़ाऊं ता गोविंद सिंह नाम कहांउ*
*सवा लाख से एक लड़ाऊं ता गोविंद सिंह नाम कहांउ*
Harminder Kaur
भूतल अम्बर अम्बु में, सदा आपका वास।🙏
भूतल अम्बर अम्बु में, सदा आपका वास।🙏
संजीव शुक्ल 'सचिन'
कभी शांत कभी नटखट
कभी शांत कभी नटखट
Neelam Sharma
संवेदना बोलती आँखों से 🙏
संवेदना बोलती आँखों से 🙏
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
#मुक्तक
#मुक्तक
*प्रणय प्रभात*
बस तुम
बस तुम
Rashmi Ranjan
मोहब्बत-ए-सितम
मोहब्बत-ए-सितम
Neeraj Mishra " नीर "
एक दूसरे से बतियाएं
एक दूसरे से बतियाएं
surenderpal vaidya
मुफलिसों को जो भी हॅंसा पाया।
मुफलिसों को जो भी हॅंसा पाया।
सत्य कुमार प्रेमी
हर किसी को कहा मोहब्बत के गम नसीब होते हैं।
हर किसी को कहा मोहब्बत के गम नसीब होते हैं।
Phool gufran
मजदूर
मजदूर
Namita Gupta
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
जाग गया है हिन्दुस्तान
जाग गया है हिन्दुस्तान
Bodhisatva kastooriya
*अभिनंदनों के गीत जिनके, मंच पर सब गा रहे (हिंदी गजल/गीतिका)
*अभिनंदनों के गीत जिनके, मंच पर सब गा रहे (हिंदी गजल/गीतिका)
Ravi Prakash
बहुत हुआ
बहुत हुआ
Mahender Singh
कहने को हर हाथ में,
कहने को हर हाथ में,
sushil sarna
कल रात सपने में प्रभु मेरे आए।
कल रात सपने में प्रभु मेरे आए।
Kumar Kalhans
कतरनों सा बिखरा हुआ, तन यहां
कतरनों सा बिखरा हुआ, तन यहां
Pramila sultan
हर ख्याल से तुम खुबसूरत हो
हर ख्याल से तुम खुबसूरत हो
Swami Ganganiya
ग़ज़ल सगीर
ग़ज़ल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
जीवन दर्शन मेरी नज़र से. .
जीवन दर्शन मेरी नज़र से. .
Satya Prakash Sharma
आँखों की दुनिया
आँखों की दुनिया
Sidhartha Mishra
"असम्भव"
Dr. Kishan tandon kranti
तुम्हारी है जुस्तजू
तुम्हारी है जुस्तजू
Surinder blackpen
जल से निकली जलपरी
जल से निकली जलपरी
लक्ष्मी सिंह
ख्वाबों में मेरे इस तरह आया न करो,
ख्वाबों में मेरे इस तरह आया न करो,
Ram Krishan Rastogi
3004.*पूर्णिका*
3004.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
1...
1...
Kumud Srivastava
संसार में मनुष्य ही एक मात्र,
संसार में मनुष्य ही एक मात्र,
नेताम आर सी
तू सीमा बेवफा है
तू सीमा बेवफा है
gurudeenverma198
Loading...