Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
30 Jun 2023 · 1 min read

तुम्हारी है जुस्तजू

हमको तो है बस ,तुम्हारी ही जुस्तजू।
जाने कब आयेगा,तू हमारे रूबरू।

ये अंधेरे रहे हैं ‌, हमेशा हमसफ़र मेरे
रोशनी की एक किरण,बस तू ही तू।

जैसे नम हो जाती है, तुझे याद कर के
हाल ऐसा तेरा होगा, याद रखना हू-ब-हू।

सजदे में जबीं‌ है, खुदा अब तो सुन ले
दुआ कर कबूल, रह जाये मेरी आबरू।

सुरिंदर कौर

Language: Hindi
1 Like · 114 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Surinder blackpen
View all
You may also like:
प्रदर्शन
प्रदर्शन
Sanjay ' शून्य'
मातृत्व
मातृत्व
साहित्य गौरव
#शेर-
#शेर-
*Author प्रणय प्रभात*
भाग्य का लिखा
भाग्य का लिखा
Nanki Patre
मौज में आकर तू देता,
मौज में आकर तू देता,
Satish Srijan
2721.*पूर्णिका*
2721.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
माँ-बाप की नज़र में, ज्ञान ही है सार,
माँ-बाप की नज़र में, ज्ञान ही है सार,
पूर्वार्थ
জীবন নামক প্রশ্নের বই পড়ে সকল পাতার উত্তর পেয়েছি, কেবল তোমা
জীবন নামক প্রশ্নের বই পড়ে সকল পাতার উত্তর পেয়েছি, কেবল তোমা
Sakhawat Jisan
चले हैं छोटे बच्चे
चले हैं छोटे बच्चे
कवि दीपक बवेजा
मात -पिता पुत्र -पुत्री
मात -पिता पुत्र -पुत्री
DrLakshman Jha Parimal
सुख-साधन से इतर मुझे तुम दोगे क्या?
सुख-साधन से इतर मुझे तुम दोगे क्या?
Shweta Soni
शिवा कहे,
शिवा कहे, "शिव" की वाणी, जन, दुनिया थर्राए।
SPK Sachin Lodhi
🌱कर्तव्य बोध🌱
🌱कर्तव्य बोध🌱
सुरेश अजगल्ले 'इन्द्र '
प्रेम दिवानों  ❤️
प्रेम दिवानों ❤️
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
जाते जाते मुझे वो उदासी दे गया
जाते जाते मुझे वो उदासी दे गया
Ram Krishan Rastogi
ऐ जिंदगी....
ऐ जिंदगी....
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
"अश्क भरे नयना"
Ekta chitrangini
"मनाने की कोशिश में"
Dr. Kishan tandon kranti
दादा की मूँछ
दादा की मूँछ
Dr Nisha nandini Bhartiya
*अहिल्या (कुंडलिया)*
*अहिल्या (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
ओ अच्छा मुस्कराती है वो फिर से रोने के बाद /लवकुश यादव
ओ अच्छा मुस्कराती है वो फिर से रोने के बाद /लवकुश यादव "अज़ल"
लवकुश यादव "अज़ल"
अब नहीं पाना तुम्हें
अब नहीं पाना तुम्हें
Saraswati Bajpai
मां
मां
Monika Verma
हे कौन वहां अन्तश्चेतना में
हे कौन वहां अन्तश्चेतना में
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
सुख दुख
सुख दुख
Sûrëkhâ Rãthí
दोस्त का प्यार जैसे माँ की ममता
दोस्त का प्यार जैसे माँ की ममता
प्रदीप कुमार गुप्ता
🌲प्रकृति
🌲प्रकृति
Pt. Brajesh Kumar Nayak
तू है तो फिर क्या कमी है
तू है तो फिर क्या कमी है
Surinder blackpen
माॅं लाख मनाए खैर मगर, बकरे को बचा न पाती है।
माॅं लाख मनाए खैर मगर, बकरे को बचा न पाती है।
महेश चन्द्र त्रिपाठी
मा भारती को नमन
मा भारती को नमन
Bodhisatva kastooriya
Loading...