Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Jan 2024 · 1 min read

ग़ज़ल

यहाँ सब काम हो जाते सही तदबीर जानो तो
उजाले हों चिराग़ों की अगर तक़दीर जानो तो/1

दुवाएँ भी दवाओं का सुनो तुम काम करती हैं
असर होता तभी है पर किसी की पीर जानो तो/2

किसी के ज़ख़्म पढ़ लेना तभी आसान होता है
कभी बहता हुआ आँखों से अंतर नीर जानो तो/3

भले बद लोग मिलते हैं जहां में देखिए खुलकर
समझ आए तभी पर आदमी तासीर जानो तो/4

मिलन हो दूध चावल का लिखे जल इस कहानी को
मिला मीठा पकी जो भी रसीली खीर जानो तो/5

जिसे जीवन हराना है चुरानी है अदा ताक़त
बड़ा बेशर्म है दिल का मिलो वह तीर जानो तो/6

लिखे ‘प्रीतम’ पढ़े संसार रब देना तसव्वुर वो
कभी ग़ालिब हुआ शायर कभी तुम मीर जानो तो/7

आर. एस. ‘प्रीतम’

Language: Hindi
1 Like · 148 Views
Books from आर.एस. 'प्रीतम'
View all

You may also like these posts

--: पत्थर  :--
--: पत्थर :--
Dhirendra Singh
वाह भाई वाह
वाह भाई वाह
Dr Mukesh 'Aseemit'
ग़ज़ल
ग़ज़ल
प्रीतम श्रावस्तवी
चाय की प्याली!
चाय की प्याली!
कविता झा ‘गीत’
जादू  था या जलजला, या फिर कोई ख्वाब ।
जादू था या जलजला, या फिर कोई ख्वाब ।
sushil sarna
यारो हम तो आज भी
यारो हम तो आज भी
Sunil Maheshwari
सावन का महीना आया
सावन का महीना आया
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
दिल की आवाज़ सुन लिया करिए,
दिल की आवाज़ सुन लिया करिए,
Dr fauzia Naseem shad
उसको उसके घर उतारूंगा
उसको उसके घर उतारूंगा
डॉ. दीपक बवेजा
वोट करो भई वोट करो
वोट करो भई वोट करो
डी. के. निवातिया
#व्यंग्य_कविता :-
#व्यंग्य_कविता :-
*प्रणय*
बिताया कीजिए कुछ वक्त
बिताया कीजिए कुछ वक्त
पूर्वार्थ
कही अनकही
कही अनकही
Deepesh Dwivedi
"अकेलापन की खुशी"
Pushpraj Anant
सुरभित - मुखरित पर्यावरण
सुरभित - मुखरित पर्यावरण
संजय कुमार संजू
वैर भाव  नहीं  रखिये कभी
वैर भाव नहीं रखिये कभी
Paras Nath Jha
विषय-
विषय-"जलती रही!"
Priya princess panwar
बस्तर की जीवन रेखा
बस्तर की जीवन रेखा
Dr. Kishan tandon kranti
गर्द अपनी ये ख़ुद से हटा आइने।
गर्द अपनी ये ख़ुद से हटा आइने।
पंकज परिंदा
छठ पूजा
छठ पूजा
Satish Srijan
पीछे मुड़कर
पीछे मुड़कर
Davina Amar Thakral
परीक्षाएँ आ गईं........अब समय न बिगाड़ें
परीक्षाएँ आ गईं........अब समय न बिगाड़ें
पंकज कुमार शर्मा 'प्रखर'
4678.*पूर्णिका*
4678.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
तुझमें वो खास बात
तुझमें वो खास बात
Chitra Bisht
संघर्ष ज़िंदगी को आसान बनाते है
संघर्ष ज़िंदगी को आसान बनाते है
Bhupendra Rawat
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
डॉ अरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
असत्य पर सत्य की जीत तभी होगी जब
असत्य पर सत्य की जीत तभी होगी जब
Ranjeet kumar patre
ଡାକ ଆଉ ଶୁଭୁ ନାହିଁ ହିଆ ଓ ଜଟିଆ
ଡାକ ଆଉ ଶୁଭୁ ନାହିଁ ହିଆ ଓ ଜଟିଆ
Bidyadhar Mantry
जंग अहम की
जंग अहम की
Mamta Singh Devaa
'ना कहने का मौसम आ रहा है'
'ना कहने का मौसम आ रहा है'
सुरेखा कादियान 'सृजना'
Loading...