Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 May 2023 · 1 min read

ग़ज़ल

ग़ज़ल

किस बात पे रूठे हो क्यों आंख छलकती है
कह दो न इशारों से, मेरी जो भी ग़लती है

दीवार बना दी है आंगन में हमारे जो
निकलूँ जो कभी बाहर दिल को वो खटकती है

शातिर को समझ आई तब जुर्म की सच्चाई.
जब सर पे हमेशा ही तलवार लटकती है

हमने न कभी मानी जो ग़लतियां थी अपनी
अब वक्त गुजारने पे बस आह निकलती हैं

परदेस उड़ी चिड़िया वीरान हुआ आंगन
बगियाँ में न अब कोई आवाज़ चहकती है

मैंने न गिनी रातें रातों ने गिना मुझको
हर रोज घटी हूं मैं हर रात ये कहती है ।।

गर नींव हिली तो फिर घर टूट ही जायेगा.
दीवार की ये चोटें बुनियाद ही सहती है।।

मासूम की अस्मत को यूं रौंद गया जालिम..
देखे जो कोई साया बच्चों सी सहमती है।।

इक याद मनी फिर से अब बर्फ़ सी पिघलेगी
इस शख़्स की कहानी अपनी मुझे लगती है।।
मनीषा जोशी मनी

Language: Hindi
1 Like · 129 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
कल जो रहते थे सड़क पर
कल जो रहते थे सड़क पर
Meera Thakur
प्रबल वेग बरसात का,
प्रबल वेग बरसात का,
sushil sarna
मत भूल खुद को!
मत भूल खुद को!
Sueta Dutt Chaudhary Fiji
2958.*पूर्णिका*
2958.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
हमारी दोस्ती अजीब सी है
हमारी दोस्ती अजीब सी है
Keshav kishor Kumar
ये जो मुझे अच्छा कहते है, तभी तक कहते है,
ये जो मुझे अच्छा कहते है, तभी तक कहते है,
ओसमणी साहू 'ओश'
"तिलचट्टा"
Dr. Kishan tandon kranti
रेत समुद्र ही रेगिस्तान है और सही राजस्थान यही है।
रेत समुद्र ही रेगिस्तान है और सही राजस्थान यही है।
प्रेमदास वसु सुरेखा
दोहे
दोहे
अशोक कुमार ढोरिया
एक ग़ज़ल यह भी
एक ग़ज़ल यह भी
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
रक्षाबंधन के दिन, भैया तू आना
रक्षाबंधन के दिन, भैया तू आना
gurudeenverma198
इन आँखों को भी अब हकीम की जरूरत है..
इन आँखों को भी अब हकीम की जरूरत है..
Tarun Garg
अध्यापक दिवस
अध्यापक दिवस
SATPAL CHAUHAN
व्यथा दिल की
व्यथा दिल की
Devesh Bharadwaj
तुम्हारी हाँ है या ना ?
तुम्हारी हाँ है या ना ?
Dr. Rajeev Jain
आजा माँ आजा
आजा माँ आजा
Basant Bhagawan Roy
I
I
Ranjeet kumar patre
जो कहना है खुल के कह दे....
जो कहना है खुल के कह दे....
Shubham Pandey (S P)
*आजादी का मतलब सीखो, मतलब इसका जिम्मेदारी (राधेश्यामी छंद)*
*आजादी का मतलब सीखो, मतलब इसका जिम्मेदारी (राधेश्यामी छंद)*
Ravi Prakash
गणतंत्र का जश्न
गणतंत्र का जश्न
Kanchan Khanna
प्यार विश्वाश है इसमें कोई वादा नहीं होता!
प्यार विश्वाश है इसमें कोई वादा नहीं होता!
Diwakar Mahto
"एक ख्वाब टुटा था"
Lohit Tamta
#अजब_गज़ब
#अजब_गज़ब
*प्रणय प्रभात*
माता रानी दर्श का
माता रानी दर्श का
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
नवरात्रि-गीत /
नवरात्रि-गीत /
ईश्वर दयाल गोस्वामी
राखी
राखी
Vandana Namdev
ज्ञात हो
ज्ञात हो
Dr fauzia Naseem shad
भूत अउर सोखा
भूत अउर सोखा
आकाश महेशपुरी
अभी मेरी बरबादियों का दौर है
अभी मेरी बरबादियों का दौर है
पूर्वार्थ
श्री कृष्ण भजन
श्री कृष्ण भजन
Khaimsingh Saini
Loading...