मजदूर
मन बेचैन हुआ मजदूरों की लाचारी से
दुनिया ने क्या न झेला इस महामारी से
मीलों दूर सफ़र करना आसान नहीं है
परिवार, सामान साइकिल की सवारी से
उनके पांव के छालों ने दिल को चीर दिया
आंखें भर गई उनके दस्ताने दर्द करारी से
भूखे,प्यासे,थके,हारे, घबराए मजदूरों को
पल-पल रस्ता निहारे परिजन बेकरारी से
रास्ते में नल से कुंडिया निकाला लोगों ने
ये बात इतिहास में दर्ज होगा अदाकारी से
ये मेरे हिन्दुस्तान का कड़वा सच है “नूरी”
उनकी ये हालत हुई है तो बस बेरोजगारी से
नूरफातिमा खातून “नूरी”
14/5/2020