Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Jan 2017 · 1 min read

“ग़ज़ल “

दो पल संजो कर रख लिये थे; तुम्हारी याद के।
आये तुम उनको उठा कर चले गये।।

वक़्त ने फाहा रखा था ज़ख़्म पे।
आये तुम बस खुरच कर चले गये।।

यूं तो बैठे महफ़िल में हम साथ थे।
गये तुम तो फ़ासले दिखा कर चले गये।।

न जाने किस वजह रुसवा हुये।
आये तुम सबको वजह बता कर चले गये।।
राजेश”ललित”शर्मा

4 Likes · 276 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
अनमोल जीवन के मर्म को तुम समझो...
अनमोल जीवन के मर्म को तुम समझो...
Ajit Kumar "Karn"
किसी ने तो चांद को रुलाया होगा, किसे अब चांदनी से मुहब्बत न
किसी ने तो चांद को रुलाया होगा, किसे अब चांदनी से मुहब्बत न
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
प्रदूषण
प्रदूषण
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
शिव ही बनाते हैं मधुमय जीवन
शिव ही बनाते हैं मधुमय जीवन
कवि रमेशराज
सदद्विचार
सदद्विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
😢आम सूचना😢
😢आम सूचना😢
*प्रणय*
3974.💐 *पूर्णिका* 💐
3974.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
सृष्टि का अंतिम सत्य प्रेम है
सृष्टि का अंतिम सत्य प्रेम है
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
नियत और सोच अच्छा होना चाहिए
नियत और सोच अच्छा होना चाहिए
Ranjeet kumar patre
विकट संयोग
विकट संयोग
Dr.Priya Soni Khare
सजनी पढ़ लो गीत मिलन के
सजनी पढ़ लो गीत मिलन के
Satish Srijan
श्रम साधिका
श्रम साधिका
पंकज पाण्डेय सावर्ण्य
कितने अकेले हो गए हैं हम साथ रह कर
कितने अकेले हो गए हैं हम साथ रह कर
Saumyakashi
सज़ा तुमको तो मिलेगी
सज़ा तुमको तो मिलेगी
gurudeenverma198
उलझ नहीं पाते
उलझ नहीं पाते
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
तेरे संग बिताया हर मौसम याद है मुझे
तेरे संग बिताया हर मौसम याद है मुझे
Amulyaa Ratan
.....हा हा दो पैरों वाले सभी .आवारा पशु
.....हा हा दो पैरों वाले सभी .आवारा पशु
Dr.Pratibha Prakash
भारत मां की लाज रखो तुम देश के सर का ताज बनो
भारत मां की लाज रखो तुम देश के सर का ताज बनो
कवि दीपक बवेजा
इतनी धूल और सीमेंट है शहरों की हवाओं में आजकल
इतनी धूल और सीमेंट है शहरों की हवाओं में आजकल
शेखर सिंह
हमारे पास आना चाहते हो।
हमारे पास आना चाहते हो।
सत्य कुमार प्रेमी
Dr arun kumar shastri
Dr arun kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
कुंडलिया
कुंडलिया
गुमनाम 'बाबा'
सीसे में चित्र की जगह चरित्र दिख जाए तो लोग आइना देखना बंद क
सीसे में चित्र की जगह चरित्र दिख जाए तो लोग आइना देखना बंद क
Lokesh Sharma
फिर आई स्कूल की यादें
फिर आई स्कूल की यादें
Arjun Bhaskar
आइसक्रीम के बहाने
आइसक्रीम के बहाने
Dr. Pradeep Kumar Sharma
"लिख सको तो"
Dr. Kishan tandon kranti
* मिल बढ़ो आगे *
* मिल बढ़ो आगे *
surenderpal vaidya
वीर दुर्गादास राठौड़
वीर दुर्गादास राठौड़
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
लें दे कर इंतज़ार रह गया
लें दे कर इंतज़ार रह गया
Manoj Mahato
Suno
Suno
पूर्वार्थ
Loading...